
समाज ही नहीं, राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में लिप्त था जलालुद्दीन : सीएम योगी
लखनऊ। अवैध धर्मांतरण रैकेट चलाने वाले जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा पर योगी सरकार का शिकंजा कसता जा रहा है। बलरामपुर में संचालित इस रैकेट के मास्टरमाइंड छांगुर बाबा और उसकी सहयोगी नसरीन की गिरफ्तारी के बाद अब प्रशासन ने उसके आलीशान आवास को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस प्रकरण पर सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि जलालुद्दीन की गतिविधियां केवल समाज विरोधी नहीं, बल्कि राष्ट्र विरोधी भी हैं। उन्होंने कहा कि बहन-बेटियों की सुरक्षा और गरिमा के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने दो टूक कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था को लेकर सरकार किसी प्रकार की ढिलाई नहीं बरतेगी। दोषियों की संपत्तियां जब्त कर कठोरतम कानूनी कार्रवाई की जाएगी, ताकि ऐसा कृत्य करने वालों को सख्त संदेश जाए। योगी ने कहा, “राज्य में शांति और सौहार्द को भंग करने वालों के लिए कोई स्थान नहीं है। कानून उन्हें ऐसी सजा देगा जो समाज के लिए मिसाल बनेगी।”
पुलिस जांच में सामने आया है कि जलालुद्दीन के पास करीब 100 करोड़ की संपत्ति है और वह 40 से अधिक इस्लामिक देशों की यात्रा कर चुका है। जांच एजेंसियों के मुताबिक, धर्मांतरण रैकेट को खाड़ी देशों से भारी मात्रा में फंडिंग मिली थी।
बैंक खातों की पड़ताल में कई संदिग्ध लेन-देन के प्रमाण भी मिले हैं। धर्मांतरण के लिए एजेंटों को तय राशि दी जाती थी। ठाकुर और ब्राह्मण समुदाय की लड़कियों के धर्म परिवर्तन पर एजेंट को 15 से 16 लाख रुपये तक का भुगतान होता था, जबकि ओबीसी समुदाय के धर्मांतरण पर 12 लाख रुपये दिए जाते थे।