
घायल युवक की हालत गंभीर, राजभर समाज पर एकतरफा हमले का आरोप
लखनऊ/वाराणसी – वाराणसी के चौबेपुर थाना क्षेत्र के ग्राम छीतौना में हाल ही में हुई हिंसक झड़प के मामले में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव व पूर्व मंत्री डॉ. अरविंद राजभर ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) से लखनऊ में मुलाकात कर घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की।
डॉ. राजभर ने डीजीपी को सौंपे गए ज्ञापन में आरोप लगाया कि दिनांक 05 जुलाई 2025 को छीतौना गांव में दो पक्षों के बीच हुई मारपीट की घटना में राजभर समाज के लोगों पर एकतरफा और बर्बर हमला किया गया। उन्होंने बताया कि एक युवक की हालत गंभीर है और वह BHU, वाराणसी में कोमा की स्थिति में भर्ती है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि स्थानीय प्रभाव और प्रशासनिक दबाव के चलते दोनों पक्षों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया, जिससे वास्तविक पीड़ित पक्ष के साथ अन्याय हो रहा है। डॉ. राजभर ने ज्ञापन के माध्यम से निम्नलिखित मांगें रखीं:
पीड़ित परिवार को तत्काल पुलिस सुरक्षा दी जाए, ताकि किसी प्रकार का मानसिक या शारीरिक दबाव उन पर न बने।
गंभीर रूप से घायल मरीजों का इलाज सरकारी खर्चे पर कराया जाए और BHU में भर्ती मरीज की विशेष देखभाल सुनिश्चित की जाए।
चौबेपुर थाने के प्रभारी सहित उन पुलिस अधिकारियों को तत्काल निलंबित किया जाए जिनकी भूमिका पक्षपातपूर्ण या लापरवाह रही है।
राजभर पक्ष पर दर्ज कथित फर्जी मुकदमों को रद्द किया जाए।
एक स्वतंत्र उच्चस्तरीय जांच कमेटी गठित कर आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए।
डॉ. राजभर ने कहा कि यह केवल एक आपराधिक मामला नहीं, बल्कि सामाजिक रूप से पिछड़े और वंचित वर्ग के आत्मसम्मान पर हमला है। उन्होंने चेताया कि यदि समय रहते निष्पक्ष कार्रवाई नहीं हुई तो इससे समाज में न्याय व्यवस्था के प्रति अविश्वास और आक्रोश उत्पन्न होगा।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, यदि कार्रवाई में देरी हुई तो सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी राज्यव्यापी आंदोलन की तैयारी में है।