
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का पुलिस आयुक्त ने लिया जायज़ा, राहत एवं बचाव कार्यों को लेकर दिए निर्देश
वाराणसी। बाढ़ की आशंका को देखते हुए पुलिस आयुक्त वाराणसी श्री अशोक मुथा जैन व जिलाधिकारी श्री एस. राजलिंगम ने मंगलवार को संयुक्त रूप से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का नौका से निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान वरुणा और गंगा नदी के किनारे स्थित संवेदनशील घाटों और बस्तियों—राजघाट, रविदास घाट, अस्सी घाट, ललिता घाट, हरिश्चंद्र घाट, आदिकेशव घाट आदि का दौरा किया गया।
पुलिस आयुक्त ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि “जनता की सुरक्षा सर्वोपरि है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन पूर्णतः तैयार है।” उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें और किसी प्रकार की अफवाहों से बचें।
दिए गए मुख्य निर्देश: प्रत्येक थाना क्षेत्र में विशेष निगरानी टीमों की तैनाती की गई है।
जलस्तर में वृद्धि होने की स्थिति में तत्काल राहत एवं बचाव कार्य सुनिश्चित किया जाएगा।
संवेदनशील घाटों और बस्तियों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है।
बोट पेट्रोलिंग, माइकिंग, और पब्लिक अनाउंसमेंट के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है और आवश्यकतानुसार कार्रवाई की जाएगी।
NDRF और PAC की टीमें भी सक्रिय रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात हैं।
पुलिस आयुक्त ने निर्देश दिया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 24×7 निगरानी रखी जाए और किसी भी स्थिति में तत्काल प्रतिक्रिया दी जाए।
इस अवसर पर अपर पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) श्री दशविंद्र सिंह, पुलिस उपायुक्त श्री गौरव बी, सहायक आयुक्त, राजस्व विभाग के अधिकारी तथा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
प्रशासन की ओर से यह स्पष्ट किया गया कि नागरिकों को डरने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन सजग रहना जरूरी है। आपात स्थिति में 112 डायल कर संपर्क किया जा सकता है।