
बारिश के साथ ही गुल हो जाती है बिजली, उमस और मच्छरों से रातभर जूझती है जनता
रिपोर्ट एडवोकेट अभिषेक उपाध्याय
बरसठी (जौनपुर)। हल्की बारिश हो या आसमान में काले बादल और बिजली की चमक दिखे नहीं कि क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति बाधित हो जाती है। बारिश के मौसम में जब लोगों को बिजली की सबसे अधिक आवश्यकता होती है, तब विद्युत विभाग की लापरवाही उन्हें अंधेरे में झोंक देती है।
बीते कुछ दिनों से बारिश की हल्की बूंदों के साथ ही बिजली कटौती का सिलसिला लगातार बना हुआ है। उमस भरी गर्मी, मच्छरों का आतंक और जहरीले जीव-जंतुओं के डर के बीच लोग रातभर बेहाल रहते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि दिन तो किसी तरह कट जाता है लेकिन रात में बच्चों और बुजुर्गों के लिए हालात बेहद तकलीफदेह हो जाते हैं।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि हर बार बिजली कटने पर पावर हाउस कर्मियों से संपर्क किया जाता है, लेकिन वहां से जवाब मिलता है कि “मेन सप्लाई बाधित है, हम कुछ नहीं कर सकते।” इस तरह समस्या का समाधान नहीं निकल पा रहा।
ग्रामीणों ने बताया कि बिजली बिल तो समय से वसूला जाता है, लेकिन सुविधाएं शून्य हैं। लोगों ने कई बार प्रदर्शन भी किया, लेकिन अब तक न तो जनप्रतिनिधियों ने कोई संज्ञान लिया और न ही विद्युत विभाग के उच्च अधिकारियों ने इस समस्या की ओर गंभीरता से ध्यान दिया।
बिजली कटौती की इस गंभीर समस्या से पूरा क्षेत्र त्रस्त है, लेकिन समाधान अभी तक अधर में लटका है। लोगों ने मांग की है कि बारिश के दौरान निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए और स्थानीय आपूर्ति केंद्रों को पर्याप्त संसाधन दिए जाएं ताकि मेन लाइन बाधित होने की स्थिति में भी वैकल्पिक प्रबंध हो सके।