
वाराणसी में एसटीएफ को मिली बड़ी सफलता, अंतरराज्यीय असलहा तस्कर दबोचे
वाराणसी। एसटीएफ वाराणसी यूनिट ने अंतरराज्यीय असलहा तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए दो शातिर असलहा तस्करों को बावनबीघा रिंग रोड अंडरपास के पास से गिरफ्तार किया। पकड़े गए आरोपियों के पास से चार अवैध पिस्टल, सात मैगजीन और एक कार बरामद हुई है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान समर बहादुर सिंह उर्फ मोनू सिंह निवासी रामचन्दीपुर, थाना चौबेपुर, वाराणसी और भोला कुमार साव निवासी मटाडीह, पोस्ट-जमालपुर, जिला मुंगेर (बिहार) के रूप में हुई है।
एसटीएफ निरीक्षक अनिल कुमार सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि मुंगेर के कुख्यात तस्कर गोविन्द साव का आदमी भोला कुमार साव, भारी मात्रा में अवैध असलहा लेकर वाराणसी में अपने संपर्क समर बहादुर सिंह उर्फ मोनू को सौंपने आ रहा है। सूचना पर कार्रवाई करते हुए एसटीएफ टीम ने बावनबीघा रिंग रोड अंडरपास के समीप घेराबंदी कर दोनों आरोपियों को दबोच लिया।
पूछताछ में समर बहादुर सिंह ने बताया कि वह पूर्व में वाराणसी में ट्रैवेल्स की गाड़ी चलाता था, जहां राहुल सिंह नामक ड्राइवर के माध्यम से उसकी पहचान मुंगेर के असलहा तस्कर गोविन्द साव और रोहतास निवासी उत्तम सिंह से हुई। वर्ष 2023 में समर को चंदौली पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था, लेकिन रिहा होने के बाद उसने पुनः तस्करी का धंधा शुरू कर दिया।
राहुल सिंह की दुर्घटना में मौत के बाद समर ने उत्तम सिंह के साथ मिलकर काम करना शुरू किया। गोविन्द साव से वह ₹15,000 प्रति पिस्टल की दर से असलहे मंगवाता और पूर्वांचल व सीमावर्ती बिहार जनपदों में ₹40,000 से ₹50,000 प्रति पिस्टल के हिसाब से बेचता था। गोविन्द साव असलहा पहुंचाने वाले हर व्यक्ति को प्रति खेप ₹3,000 देता था।
एसटीएफ ने पकड़े गए दोनों आरोपियों को अग्रिम कार्रवाई के लिए संबंधित थाना पुलिस के सुपुर्द कर दिया है। टीम की इस कार्रवाई को बड़ी कामयाबी माना जा रहा है, जिससे असलहा तस्करों के नेटवर्क पर बड़ा प्रहार हुआ है।