
हितग्राहियों से की वार्ता, आजीविका योजना के क्रियान्वयन की जानी जमीनी हकीकत
वाराणसी। नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने बुधवार को जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) कार्यालय तथा दीनदयाल अंत्योदय योजना – राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (एनयूएलएम) के अंतर्गत संचालित सुयोग केंद्र का औचक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान डूडा कार्यालय के समस्त कर्मचारी उपस्थित मिले। नगर आयुक्त ने कर्मचारियों से विभागीय कार्यों की जानकारी ली और उनकी कार्यप्रणाली का अवलोकन किया। इसके पश्चात उन्होंने सुयोग केंद्र पर ‘एकल खिड़की प्रणाली’ का निरीक्षण किया, जहां विभिन्न आजीविका समूहों से जुड़े हितग्राही पंजीकरण कराने आए थे।
नगर आयुक्त ने वहां उपस्थित गिग वर्कर्स, श्रमिक समूहों, महिला स्वयं सहायता समूहों समेत अन्य लाभार्थियों से सीधी बातचीत कर योजनाओं के लाभ और उनमें आ रही समस्याओं की जानकारी ली।
उल्लेखनीय है कि यह योजना भारत के 25 शहरों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में संचालित की जा रही है, जिसमें उत्तर प्रदेश के तीन प्रमुख शहर – लखनऊ, आगरा और वाराणसी शामिल हैं। योजना का उद्देश्य डोमेस्टिक वर्कर, निर्माण श्रमिक, गिग वर्कर, वेस्ट वर्कर, परिवहन श्रमिक और केयर वर्कर जैसे छह विशेष आजीविका समूहों को संगठित कर उन्हें व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है।
निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त ने स्वास्थ्य विभाग, श्रम विभाग, बैंक प्रतिनिधियों और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर योजना के सफल क्रियान्वयन पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि योजना के तहत लाभार्थियों की प्रोफाइलिंग कर उन्हें जननी सुरक्षा योजना, प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना, भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार योजना, वन नेशन वन राशन कार्ड जैसी सरकारी योजनाओं से जोड़ा जा रहा है।
नगर आयुक्त ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि योजनाओं के लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने में कोई कोताही न हो। निरीक्षण के दौरान योजना के क्रियान्वयन में आ रही चुनौतियों का भी संज्ञान लिया गया।