
बैंक संविदा कर्मी और बिचौलिए पर 420 का मुकदमा दर्ज, जांच शुरू
वाराणसी (चोलापुर)। चोलापुर थाना क्षेत्र के नियारडीह स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा में केसीसी (किसान क्रेडिट कार्ड) लोन के नाम पर बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। ग्रामीणों का आरोप है कि बैंक के संविदा कर्मी और एक बिचौलिए ने मिलकर दर्जनों लोगों से लाखों रुपये की ठगी की है।
ग्राम कुरौली निवासी असहाय व अशिक्षित महिला लालमती देवी के बेटे मनोज यादव ने बताया कि केसीसी लोन के लिए संपर्क करने पर बैंक के संविदा कर्मचारी प्रदीप माली और स्थानीय युवक संकट मोचन ने दस्तावेज तैयार कराने और लोन पास कराने के नाम पर 3,500 रुपये लिए और सभी जरूरी कागजात अपने पास रख लिए। कुछ दिन बाद बैंक बुलाकर लालमती देवी से कई कागजों पर हस्ताक्षर और अंगूठा निशान कराए गए, लेकिन लोन की कोई जानकारी नहीं दी गई।
कई बार पूछने पर टाल-मटोल किया गया। अंततः 10 नवंबर 2023 को बैंक मैनेजर ने फोन पर जानकारी दी कि लालमती देवी के नाम 60 हजार रुपये का लोन पास हुआ है, जो अब बढ़कर 76,518 रुपये हो चुका है। जबकि न तो उन्हें राशि प्राप्त हुई और न ही पासबुक या खाता नंबर उपलब्ध कराया गया।
जांच में सामने आया कि यह कोई अकेली घटना नहीं है। पूर्व ग्राम प्रधान लालबहादुर यादव, दल्लू राम, विनोद कुमार, हीरावती देवी, बाबूलाल नागर, गुड्डू राम समेत कई ग्रामीण इसी जालसाजी के शिकार हुए हैं।
पूर्व प्रधान लालबहादुर यादव ने बताया कि उनके नाम पर 2.47 लाख रुपये का लोन निकालकर गबन किया गया, जिसमें एक लाख रुपये हस्ताक्षर कराकर सीधे निकाल लिए गए। वहीं, दल्लू राम से 95 हजार, विनोद कुमार से 50 हजार और अन्य ग्रामीणों से 5 से 50 हजार रुपये तक की ठगी की गई है।
पीड़ितों ने चोलापुर थाने में तहरीर दी, जिस पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 420 सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। ग्रामीणों ने प्रशासन से दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई करते हुए ठगी गई रकम वापस दिलाने की मांग की है।