
दी इंस्टिट्यूट ऑफ़ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ़ इंडिया की वाराणसी शाखा द्वारा डायरेक्ट टैक्स विषय पर किया गया सेमिनार का आयोजन ।
वाराणसी :- दी इंस्टिट्यूट ऑफ़ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ़ इंडिया की वाराणसी शाखा द्वारा एक सितंबर रविवार को विषय (डायरेक्ट टैक्स)पर एक सेमिनार का आयोजन होटल हिंदुस्तान इंटरनेशनल मलदहिया वाराणसी में किया गया जिसका विषय है –
1- सीए के लिए एआई के माध्यम से ऑडिट में नवाचार |
2- कर ऑडिट में सामान्य त्रुटियाँ |
3- कर ऑडिट के व्यावहारिक पहलू |
4- अनुसूची के साथ कर ऑडिट रिपोर्ट में आईसीडीएस के व्यावहारिक मुद्दे |
इस सेमिनार के मुख्य वक्ता नई दिल्ली से आये हुए सीए.अभय कुमार छाजेड़ सी सी ऍम आई सी ए आई.सीए प्रमोद जैन एवं सीए.हिमांशु सिंह कानपुर,सीए कार्तिक जिंदल रहें |
इस कार्यक्रम के विभिन्न सत्रों का शुभारम्भ शाखा अध्यक्ष सीए.सौरभ कुमार शर्मा और सिकासा अध्यक्ष सीए सोम दत्त रघु के स्वागत भाषण से हुआ | कार्यक्रम की अध्यक्षता वाराणसी शाखा के वरिष्ठ सदस्य सीए.अलोक शिवाजी एवं सीए.गंगेश्वर धर दुबे ने किया | कार्यक्रम का संचालन सीए. दिव्या ग्वाल एवं सीए.दीक्षा भरद्वाज ने किया कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन शाखा उपाध्यक्ष सीए नीरज कुमार सिंह और कोषाध्यक्ष सीए विकास द्विवेदी ने किया |
मुख्य वक्ता काउंसिल मेंबर्स सीए.अभय कुमार छाजेड़ और सीए प्रमोद जैन ने बताया की टैक्स ऑडिट की देय तिथि चरम पर है सभी चार्टर्ड अकाउंटेंट अपने काम को पूरा करने में व्यस्त हैं |
धारा 44AB के तहत टैक्स ऑडिट आयकर विभाग के लिए अपने निर्धारितियों का आकलन करने में सहायता करने के लिए एक प्रभावी उपकरण है टैक्स ऑडिट रिपोर्ट की अनिवार्य ई-फाइलिंग के बाद टैक्स ऑडिट का महत्व काफी बढ़ गया है | ऑडिट रिपोर्ट में आए नए बदलावों को भी उपस्थित सीए सदस्यों के साथ गहन चर्चा भी की गई |
उसके उपरांत वक्ता वक्ता सीए कार्तिक जिंदल ने बताया की (आई.सी.डी.एस) या भारतीय लेखा परीक्षा और लेखा सेवा एक भारतीय केन्द्रीय सरकारी सेवा है जो भारत के महालेखापरीक्षक और लेखानियंता के अधीन है और किसी भी कार्यकारी अधिकारी के नियंत्रण से मुक्त है | भारतीय लेखा परीक्षा एवं लेखा विभाग के अधिकारी एक लेखा परीक्षण प्रबंधक की हैसियत से कार्य करते हैं इंडियन अकाउंटिंग स्टैंडर्ड सरकार का वित्तीय प्रहरी है इसकी भूमिका कुछ हद तक अमेरिकी जीएओ और राष्ट्रीय लेखापरीक्षण कार्यालय (यूनाइटेड किंगडम) के समान है | इस सेमिनार के अन्य वक्ता सीए.हिमांशु सिंह ने बताया की इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के साथ साझेदारी कर रहा है ताकि अनुपालन बढ़ाने,धोखाधड़ी का पता लगाने और पेशेवर प्रथाओं में सुधार करने के लिए डिज़ाइन किया गया एक उन्नत ए आई संचालित ऑडिट टूल बनाया जा सके | यह पहल एआई को लेखांकन पेशे में एकीकृत करने के लिए आईसीएआई की व्यापक रणनीति का हिस्सा है यह सुनिश्चित करना कि इसके सदस्य भविष्य के लिए अच्छी तरह से सुसज्जित हैं इसके अतिरिक्त,आईसीएआई ने छात्रों के लिए ‘आईसीएआई सीए जीपीटी’ प्रणाली और अपने सदस्यों के कौशल को और बढ़ाने के लिए एआई पर एक सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किया है |
कार्यक्रम में वाराणसी के नए सीए सदस्यों का सीए प्रोफेशन में स्वागत भी किया गया और सम्मानित किया गया | इस कार्यक्रम में शाखा में पूर्व अध्यक्ष सीए.अनिल कुमार अग्रवाल,सीए.शिशिर उपाध्याय,सीए रवि कुमार सिंह,सीए मनोज अग्रवाल,सीए विजय प्रकाश,सीए अजय मिश्र,सीए मुकुल शाह,सीए मनोज निगम, सीए द्विजेंद्र सिंह,सीए रश्मि केशरवानी,सीए कौशल पांडे,सीए प्रकाश तोलानी,सीए मीनाक्षी गुजराती,सीए रूबी बंसल,सीए विष्णु प्रसाद,सीए विष्णु अग्रवाल,सीए प्रकाश शर्मा,सीए आकाश चौरसिया,सीए दयानंद चौरसिया,सीए हर्ष भूरा,सीए स्वास्तिक गुप्ता,सीए सोनिया अग्रवाल सहित इत्यादि लोग उपस्थित रहे ||