
प्रबन्धक शिव प्रकाश सिंह ने स्व. जय प्रकाश सिंह के व्यक्तित्व व कृतित्व की विस्तार से की चर्चा
चौबेपुर (वाराणसी) क्षेत्र के उमरहांँ स्थित जय प्रकाश महाविद्यालय में जय प्रकाश सिंह की 21वीं पुण्यतिथि मनायी गयी। सर्व प्रथम महाविद्यालय के प्रबन्धक डॉ. शिव प्रकाश सिंह ने स्व. जय प्रकाश सिंह के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने स्व. जय प्रकाश सिंह के व्यक्तित्व व कृतित्व की विस्तार पूर्वक चर्चा की। प्रबन्धक शिव प्रकाश सिंह ने बताया कि बडे़ भाई जय प्रकाश सिंह नें पैतृक निवास मारुफपुर में एक छोटी सी झोपड़ी से शिक्षण संस्थान की शुरुआत की।
उन्होंने वर्ष 1995 में जटाधारी प्राइमरी स्कूल तत्पश्चात जटाधारी इण्टर कालेज व महाविद्यालय की स्थापना किया। उनका उद्देश्य गाँव व आस-पास क्षेत्र के लोगों के लिये कम खर्च में बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराना था। परन्तु 13 सितम्बर 2003 को उनकी असामयिक दुखद मृत्यु बेहद कष्टकारी रही। जटाधारी महाविद्यालय के संस्थापक जय प्रकाश सिंह की स्मृति में उनके पिता सत्यनारायण प्रसाद ने वर्ष 2004 में जय प्रकाश महाविद्यालय उमरहांँ वाराणसी की स्थापना की जो जय प्रकाश के सपनों को पूर्ण करने के लिये सदैव कृत संकल्पित है।
इस श्रद्धांजलि सभा में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. विनय कुमार श्रीवास्तव, डॉ. राजमन प्रसाद, अनिल कुमार, डॉ. गम्भीर सिंह, डॉ. राजकुमारी वर्मा, रीना देवी, राजेश यादव, हरिवंश सिंह, रविन्द्र कुमार, कुसुम, सतीश पटेल, प्रीति श्रीवास्तव, राम प्रवेश सिंह, रवि, अरुण यादव, विनोद आदि उपस्थित रहे।