
चाइनीस मांझे से जख्मी पीड़ित के आवास पहुंची सुनीता सोनी जाना हाल।
(रिपोर्ट: संतोष कुमार सिँह)
वाराणसी :- वाराणसी महिला व्यापार मंडल अध्यक्ष अपने प्रतिनिधि मंडल के साथ पीड़ित हुकूलगंज निवासी विवेक विश्वकर्मा से मिलने उनके आवास पहुंची जिनका कुछ दिन पहले चाइनीस मांझे से जख्मी हो गए थे उनसे मिलकर पता चला उन्हें चाइनीस मांझे के चपेट में वह आ गए थे जिसमें उनका गला कट गया था और 17 टांके लगे हैं वाराणसी महिला व्यापार मंडल अध्यक्ष सुनीता सोनी का कहना है कुछ खास अफसर जैसे मकर संक्रांति पर पतंग बाजी का शौक लोगों के सिर चढ़कर बोलता है हमारे देश में पतंग उड़ाने की परंपरा रही है और यह परंपरा आज भी कायम है किंतु लोगों का यह शौक तब जानलेवा बन जाता है जब पतंग के शौकीन एक दूसरे की पतंग काटने के लिए चीनी मंजे का इस्तेमाल करते हैं |
चीनी माझा पतंग की वह डोर है जो इतनी खतरनाक है कि किसी भी इंसान का गला तक काट सकती है और इस उसे व्यक्ति की दर्दनाक मौत भी हो सकती है यह चाइनीस मांझा खंजर से भी ज्यादा तेज धार का होता है पल भर में लोगों को अपना शिकार बना लेता है इसीलिए अब इसे मौत की डोर कहा जाने लगा है जगह-जगह बिकने वाला मौत का यह मान्य जहां पतंग बाजू के लिए खुशी लेकर आता है वही यह राहगीरों का दुश्मन है ऐसा दुश्मन जो किसी राहगीर को दिखाई नहीं देता खास अवसरों पर पतंग बाजी के लिए इसका खूब प्रयोग किया जाता है |
पतंग उड़ाने वाले अक्सर मजबूत धागे वाले मजे खरीदने हैं ताकि कोई उनकी पतंग को काट ना सके आसमान में तो उनकी पतंग को ऐसी कोई काट नहीं पता लेकिन उनकी यह डोर लोगों के गले जरूर काट देती है चाइनीस मांझा दिल्ली में 10 जनवरी 2017 से बैंड है किंतु कुछ लोगों का शौक और सिस्टम की लापरवाही की पतंग जब कातिल मजे के दम पर उड़ान भरती है तो का में आज किसी बेगुनाह को उठाना पड़ता है इसी वजह से हर वर्ष चाइनीस मजे के कारण कई लोगों को जान गंवानी पड़ी है केवल चाइनीस मांझा ही नहीं इसके अलावा और भी बहुत से खतरनाक मजे बाजार में धड़ल्ले से बिक रहे हैं चीनी मजे के इस्तेमाल बिक्री और स्टॉक पर प्रतिबंध है इसके बावजूद इसकी बिक्री और खरीद बंद नहीं हो रही है और इससे होने वाले हादसे हमने का नाम नहीं ले रहे हैं बन के बावजूद वाराणसी में भी चाइनीज मंजा धड़ल्ले से बिकता है कई पतंग बाज लगातार इस प्रतिबंध माझे का इस्तेमाल कर लोगों की जान जोखिम में डाल रहे हैं इसकी चपेट में जाकर पिछले साल में कई लोग अपनी जान गवा चुके हैं |
हजारों की तादाद में पंछी हर साल जख्मी होते हैं ऐसे में यह कातिल मांझा अगर यूं ही बिकता रहा तो पतंग उड़ाने वाले सीजन में यह कई जानलेवा हादसे को अंजाम दे सकता है किसी कड़ी में हमारे व्यापारी भाई जो चाइनीस मजे के शिकार हुए हैं उन्हें देखने हमारा पूरा प्रतिनिधि मंडल पहुंचा जिसमें मौजूद वाराणसी महिला व्यापार मंडल अध्यक्ष सुनीता सोनी,राजू सोनी, गणेश मिश्रा,साकिब सिद्दीकी, बृजपाल अग्रहरि,ममता गुप्ता सहित इत्यादि लोग उपस्थित रहे ||