
350 एकड़ भू-खण्ड में विस्तारित किया जा रहा है सम्पूर्ण कार्यक्रम स्थल, 25000 कुण्डीय स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ के निमित्त 17000 यज्ञकुण्ड बनकर तैयार
रिपोर्ट: विरेंद्र प्रताप उपाध्याय
वाराणसी: विहंगम योग संत समाज का शताब्दी समारोह आगामी 6 एवं 7 दिसम्बर को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जायेगा। इस अवसर को और भी ऐतिहासिक बनाने के उदात्त संकल्पना के साथ संस्थान द्वारा 25000 कुण्डीय स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ का भी आयोजन किया जा रहा है।
सम्पूर्ण कार्यक्रम स्थल लगभग 350 एकड़ भू-खंड में विस्तारित किया जा रहा है, जिसमें लगभग 40 एकड़ भू-खण्ड पर स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ के आयोजन हेतु 25000 हवन कुण्डों का निर्माण किया जा रहा है। यजमानगणों की सुविधाओं का ध्यान रखते हुए सम्पूर्ण यज्ञ परिसर को 108 ब्लाकों में विभक्त किया जा रहा है और ये सभी ब्लाक भारतीय प्राचीन ऋषि-महर्षियों के नाम पर होंगे। अभी तक लगभग 17000 यज्ञ वेदियाँ बनकर तैयार हो चुकी हैं।
जर्मन हैंगर तकनीक के द्वारा लगभग ढाई लाख स्क्वायर फीट भू-खण्ड में प्रवचन पंडाल बनाया जा रहा है, जहाँ दो दिनों तक सुपूज्य संत प्रवर श्री विज्ञानदेव जी महाराज की संगीतमय दिव्यवाणी (जय स्वर्वेद कथा) की दिव्य धारा प्रवाहित होगी।
दिन-प्रतिदिन यह सम्पूर्ण कार्यक्रम स्थल सजता सँवरता जा रहा है। इस आयोजन की तैयारियों में उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त बिहार, झारखण्ड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र तथा पश्चिम बंगाल के लगभग 4000 स्वयं सेवक एक माह से अनवरत अपनी सेवा प्रदान कर रहे हैं।