
घाटमपुर गांव में बुढ़वा मंगल पर 3 कुंतल लड्डू से हनुमान लला को भोग, मेले में नौटंकी नाच का आयोजन
(रिपोर्ट अभिषेक उपाध्याय)
जौनपुर जिले के बरसठी ब्लॉक के घाटमपुर गांव में बुढ़वा मंगल के अवसर पर हनुमान लला को 3 कुंतल लड्डू का भोग अर्पित किया जाता है। इस परंपरा के तहत मंदिर परिसर में ढोल-नगाड़ों के बीच महिलाएं, पुरुष और बच्चे लड्डू, पूड़ी, गुड़, घी और नए चने का भोग चढ़ाते हैं। महिलाएं सुबह 6 बजे से दोपहर 3 बजे तक एक-एक किलो से लेकर 5 किलो तक लड्डू लेकर मंदिर में पहुंचती हैं।
इस विशेष अवसर पर गांव के लोग हनुमान जी को अपनी मन्नतें पूरी होने का धन्यवाद देते हैं और नई मन्नतें भी मांगते हैं। ऐसा माना जाता है कि हनुमान जी के आशीर्वाद से गांव की फसलें अच्छी होती हैं और सुख-समृद्धि आती है।
इस दिन मंदिर परिसर में विशाल मेले का आयोजन होता है, जिसमें ताज़ी और गरम जलेबियों का विशेष आकर्षण होता है। मेले में आए लोग इन जलेबियों का स्वाद चखने के लिए उत्सुक रहते हैं।
गांव के लोग इस मौके पर रात में नौटंकी नाच का आयोजन भी करते हैं, जो नई फसल की उपज और गांव की खुशहाली के लिए वरदान माना जाता है। ढोल-नगाड़ों की धुन पर गांववासी हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए नृत्य करते हैं।
यह मंदिर लगभग 400 वर्षों से आस्था का केंद्र बना हुआ है। यहां विधि-विधान से पूजा-पाठ, हरि-कीर्तन, भजन और कृष्ण जन्माष्टमी जैसे पर्वों को भी पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। मंदिर परिसर के बगल में स्थित जज सिंह अन्ना का गौशाला और आश्रम भी श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र है।
घाटमपुर का यह बुढ़वा मंगल न सिर्फ धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि गांव के सामुदायिक जुड़ाव और संस्कृति को भी दर्शाता है।