
आंध्र प्रदेश से मंगाई गई 2000 साल पुरानी नस्ल, क्षेत्रीय जनता को संरक्षण का संदेश
वाराणसी | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से प्रेरित होकर पिण्डरा विधायक डॉ. अवधेश सिंह ने एक प्राचीन और दुर्लभ भारतीय नस्ल — पुंगनूर गाय — को आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले से अपने बाबतपुर स्थित कॉलेज परिसर की गोशाला में विशेष पूजा-अर्चना के साथ स्थान दिया।
शनिवार को विधिवत पूजा-पाठ के बाद विधायक ने सपरिवार गो-पूजन किया और क्षेत्रवासियों को इस प्राचीन नस्ल के महत्व से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि पुंगनूर गाय का इतिहास 2000 वर्षों से भी अधिक पुराना है, और इसका उल्लेख ऋग्वेद जैसे ग्रंथों में भी मिलता है, जिससे यह भारत की सबसे पुरानी गाय नस्लों में शामिल होती है।
इस मौके पर आशा एजुकेशनल ग्रुप के प्रबंध निदेशक प्रभात सिंह मिंटू, डॉ. सुरेंद्र नाथ सिंह, एसडी अग्रवाल, बंटी चौबे, रमेश पाल, ओपी पटेल, पवन मिश्रा जित्तू, शरद पाण्डेय मुन्ना, दीपक यादव और राजेश चौरसिया जैसे गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे।
विधायक डॉ. सिंह ने बताया कि पुंगनूर नस्ल की विशेषता इसकी छोटी कद-काठी और कम जगह में रखे जाने की क्षमता है, जो शहरी एवं ग्रामीण दोनों वातावरण में इसे आदर्श बनाती है। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि इस प्राचीन नस्ल को अधिक से अधिक अपनाएं और उसका संरक्षण करें, जिससे भारत की गौरवशाली गौ-परंपरा जीवित रह सके।