
तेंदुए का आतंक: खेत की रखवाली कर रहे बुजुर्ग पर हमला, 14 टांके लगे; अब तक चार ग्रामीण घायल
वाराणसी। चिरईगांव क्षेत्र में तेंदुए का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीते चार दिनों में तेंदुआ चार लोगों को घायल कर चुका है। ताजा मामला सिंहपुर गांव के कोल्हाड़ बस्ती का है, जहां खेत की रखवाली कर रहे एक बुजुर्ग किसान पर बीती रात तेंदुए ने हमला कर दिया। हमले में गंभीर रूप से घायल किसान के दोनों हाथ लहूलुहान हो गए।
जानकारी के अनुसार, कोल्हाड़ निवासी सुभाष राजभर 27 मई की रात खेत में रखवाली कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें किसी की आहट सुनाई दी। जब वह उठे तो सामने तेंदुआ खड़ा था। सुभाष ने साहस दिखाते हुए तेंदुए से भिड़ने की कोशिश की, इस दौरान उनका हाथ तेंदुए के मुंह में चला गया। हमले में दोनों हाथ बुरी तरह घायल हो गए।
परिजन उन्हें तत्काल जिला अस्पताल पंडित दीनदयाल उपाध्याय में लेकर पहुंचे, जहां प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया। लेकिन हाथों से लगातार खून बहता देख परिजन उन्हें एक निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने सुभाष के हाथों में 14 टांके लगाए।
स्थानीय ग्रामीण कांता, बबलू, रवि और दरोगा राजभर ने बताया कि बुधवार रात को तेंदुआ खेतों में घूमता देखा गया था। शोर मचाने पर वह भाग गया। इसके बाद से गांव में डर का माहौल बना हुआ है। ग्रामीण रात होते ही घरों में कैद हो जा रहे हैं।
चिरईगांव में तेंदुए की मौजूदगी को लेकर वन विभाग सक्रिय हो गया है। क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है, जिसमें अब ड्रोन कैमरों की मदद भी ली जा रही है। विभाग की टीमें तेंदुए को पकड़ने के लिए लगातार प्रयासरत हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले भी तेंदुए ने चिरईगांव क्षेत्र में तीन अन्य लोगों को घायल किया था। अब तक कुल चार ग्रामीण तेंदुए के हमले में घायल हो चुके हैं। क्षेत्र की करीब 20 हजार की आबादी तेंदुए के भय से घरों में कैद है।
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि तेंदुए को जल्द से जल्द पकड़ा जाए ताकि जनजीवन सामान्य हो सके। साथ ही क्षेत्र में गश्त और निगरानी बढ़ाए जाने की भी मांग उठाई जा रही है।