
कहा— वैज्ञानिक अब गांवों में जाकर देंगे आधुनिक खेती की जानकारी, किसानों की समृद्धि ही सरकार का संकल्प
लखनऊ।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लखनऊ स्थित लोकभवन में विकसित कृषि संकल्प अभियान का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि यह अभियान विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह अभियान 29 मई से 12 जून तक चलेगा और इसमें वैज्ञानिक पहली बार सीधे गांवों में जाकर किसानों को आधुनिक और वैज्ञानिक खेती के गुर सिखाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अभियान केवल किसानों को जागरूक करने तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि लैब टू लैंड यानी प्रयोगशाला से खेत तक के सिद्धांत को धरातल पर उतारेगा। कृषि वैज्ञानिक क्लाइमेटिक जीन का भी अध्ययन करेंगे जिससे क्षेत्र विशेष की फसलों को लेकर बेहतर मार्गदर्शन दिया जा सके।
किसानों को मिल रहा मृदा हेल्थ कार्ड, बेहतर बीज और एमएसपी
सीएम योगी ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में कृषि क्षेत्र में व्यापक नवाचार हुए हैं। किसानों को अब बेहतर बीज, एमएसपी, और समुचित सिंचाई सुविधा मिल रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के एजेंडे में किसान सर्वोपरि हैं, यही वजह है कि मृदा हेल्थ कार्ड, किसान समृद्धि योजना और फसल बीमा योजनाएं सफलतापूर्वक लागू हो रही हैं।
उन्होंने बताया कि गेहूं का समर्थन मूल्य जहां 2015 तक करीब ₹1000 था, वहीं आज वह ₹2400 से ₹2800 प्रति क्विंटल तक पहुंच चुका है। 2.5 हजार करोड़ रुपये की सिंचाई सुविधा मुफ्त में दी जा रही है, जो किसानों की आय बढ़ाने में मददगार साबित हो रही है।
पिछली सरकारों ने किसानों को किया नजरअंदाज : योगी
मुख्यमंत्री ने पूर्ववर्ती सरकारों पर हमला बोलते हुए कहा कि तब के शासन में किसान खाद, बीज और पानी के लिए दर-दर भटकते थे, जबकि आज सरकार गांव-गांव जाकर किसानों से संवाद कर रही है।
15 दिन चलेगा विशेष अभियान, होगा लाइव संवाद
इस अवसर पर कृषि मंत्री सूर्य प्रताप सिंह शाही ने कहा कि यह अभियान पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की पुण्यतिथि पर आरंभ किया गया है, जो किसानों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को श्रद्धांजलि है। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत माइक्रो सिंचाई, प्राकृतिक खेती, उद्यान, और पशुपालन से संबंधित जानकारियां दी जाएंगी। प्रत्येक दिन किसानों से संवाद और लाइव प्रसारण किया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि जो किसान खेती में नवाचार कर रहे हैं, उनकी सफलता की कहानियां अन्य किसानों को प्रेरित करेंगी।