
अवैध कनेक्शन और लिकेज से जूझ रहे ग्रामीण, पेयजल संकट से हाहाकार
राजातालाब (वाराणसी)। आराजी लाइन विकास खंड के कचनार व रानी बाजार गांवों में वर्षों पुरानी ग्रामीण पेयजल योजना अब दम तोड़ती नजर आ रही है। जर्जर पाइपलाइन, धड़ल्ले से हो रहे अवैध कनेक्शन और जगह-जगह लिकेज के चलते गांव के हजारों लोग बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं। आलम यह है कि ग्रामीणों को प्रतिदिन कई किलोमीटर दूर जाकर पानी खरीदना पड़ रहा है।
करीब 20 हजार की आबादी वाले इन दोनों गांवों में पेयजल आपूर्ति भिखारीपुर स्थित जल टंकी से की जाती है। लेकिन, 30 साल पुरानी पाइपलाइन में अवैध कनेक्शनों की भरमार और व्यापक स्तर पर लिकेज के कारण जल आपूर्ति बुरी तरह बाधित हो रही है। कई स्थानों पर तो लोग इन पाइपलाइनों से खेतों की सिंचाई तक कर रहे हैं, जिससे पीने के पानी की किल्लत और बढ़ गई है।
ग्रामीणों का आरोप है कि विभाग को कई बार शिकायत दी जा चुकी है, लेकिन महज खानापूर्ति कर कार्रवाई को इतिश्री कर लिया जाता है। कचनार निवासी कन्हैया लाल जायसवाल और पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य राजकुमार गुप्ता ने बताया कि अवैध कनेक्शनों पर रोक लगाने के नाम पर विभाग सिर्फ दिखावा करता है। लिकेज की मरम्मत भी नहीं कराई जाती, जिससे गर्मी में हालात और भी भयावह हो गए हैं।
सरकार की महत्वाकांक्षी “हर घर नल से जल” योजना की जमीनी सच्चाई इन गांवों में साफ झलक रही है। लोग निजी सबमर्सिबल या टैंकरों से महंगे दामों पर पानी खरीदने को मजबूर हैं। इससे ग्रामीणों पर आर्थिक बोझ भी बढ़ रहा है।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र पेयजल समस्या का समाधान नहीं किया गया तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की निष्क्रियता पर सवाल उठ रहे हैं, वहीं जिम्मेदार अब भी मौन साधे हुए हैं।