
मंत्री अनिल राजभर के खिलाफ क्षत्रिय संगठनों का फूटा गुस्सा, लगाया पक्षपात का आरोप
(रिपोर्ट विरेंद्र प्रताप उपाध्याय)
चौबेपुर (वाराणसी)। छितौना गांव में दो दिन पूर्व हुए खूनी संघर्ष के मामले में एक पक्ष की ओर से मुकदमा दर्ज न किए जाने को लेकर सोमवार को क्षत्रिय संगठनों का आक्रोश फूट पड़ा। राजपूत करणी सेना और अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के बैनर तले सैकड़ों कार्यकर्ता चौबेपुर थाने पहुंचकर धरने पर बैठ गए। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने पुलिस प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगाया और प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर के खिलाफ नारेबाजी की।
प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि झड़प में गंभीर रूप से घायल संजय सिंह के पक्ष से तीन बार तहरीर देने के बावजूद पुलिस ने अब तक मुकदमा दर्ज नहीं किया है, जिससे क्षत्रिय समाज में भारी रोष व्याप्त है।
धरना स्थल पर उपस्थित क्षत्रिय महासभा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र प्रताप सिंह ने कहा, “प्रशासन को निष्पक्ष होकर कार्रवाई करनी चाहिए। पीड़ित पक्ष की तहरीर के बावजूद मुकदमा दर्ज न किया जाना इस बात का संकेत है कि पुलिस पर राजनीतिक दबाव है। मंत्री अनिल राजभर मामले में लगातार हस्तक्षेप कर रहे हैं, जिससे न्याय प्रक्रिया प्रभावित हो रही है।”
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द मुकदमा दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की गई, तो क्षत्रिय समाज जिला मुख्यालय का घेराव करेगा। उन्होंने मंच से कहा— “मंत्री का आचरण उनके पद की गरिमा के अनुकूल नहीं है। उन्हें मंत्री नहीं, सफाई कर्मी होना चाहिए।”
प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए— “योगी से बैर नहीं, अनिल राजभर तेरी खैर नहीं।”
धरने में अभिषेक सिंह चाचल, उपेंद्र प्रताप सिंह, अजित सिंह मुन्ना, राघवेंद्र सिंह, अतुल कुमार सिंह, चंदन सिंह, दिनेश सिंह, आकाश सिंह, विवेक सिंह, शशि प्रताप सिंह, संजीव सिंह समेत बड़ी संख्या में क्षत्रिय समाज के लोग मौजूद रहे।
पुलिस प्रशासन द्वारा देर शाम तक प्रदर्शनकारियों को शांत करने का प्रयास किया गया, लेकिन प्रदर्शनकारी मुकदमा दर्ज होने तक थाने के बाहर डटे रहे। मामला अब तूल पकड़ता नजर आ रहा है, जिससे प्रशासन की चिंता बढ़ गई है।