
भगवान शिव का अभिषेक करने से दूर होंगे कष्ट: पं. राहुल दूबे
वाराणसी: महाशिवरात्रि का पर्व भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह के पावन अवसर के रूप में मनाया जाता है। इस दिन श्रद्धा एवं निष्ठा से शिव आराधना करने वाले भक्तों की समस्त मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं तथा उनके कष्टों का निवारण होता है।
श्री बाबा बटौरा धाम के पंडित राहुल दूबे ने बताया कि भगवान शिव को जलाभिषेक अत्यंत प्रिय है। अभिषेक के लिए दूध, दही, शहद, शक्कर, गंगाजल, घृत तथा गन्ने के रस का प्रयोग किया जाता है। महाशिवरात्रि पूरी तरह भगवान शिव को समर्पित पर्व है और इस दिन विधिपूर्वक की गई पूजा से व्यक्ति को शुभ फल प्राप्त होता है।
उन्होंने कहा कि शिवलिंग की पूजा का विशेष महत्व है, क्योंकि यह सृष्टि का आधार माना जाता है। अभिषेक करने से भगवान शिव अपने भक्तों पर कृपा बरसाते हैं और उनके जीवन की कठिनाइयाँ दूर होती हैं। इसी संदर्भ में पंडित मोहित बाबा ने रुद्राभिषेक के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इसे पूर्ण शुद्धता और श्रद्धा के साथ किया जाना चाहिए। इससे भगवान शंकर की कृपा सदैव बनी रहती है।
रुद्राभिषेक के विभिन्न लाभ
शास्त्रों के अनुसार, रुद्राभिषेक के लिए उपयोग किए जाने वाले विभिन्न पदार्थों से अलग-अलग लाभ प्राप्त होते हैं—
जल से अभिषेक करने से वर्षा होती है।
कुशा जल से अभिषेक करने पर रोग एवं शोक दूर होते हैं।
दही से अभिषेक करने से पशुधन एवं संपत्ति में वृद्धि होती है।
मधु युक्त जल से अभिषेक करने पर धन एवं समृद्धि प्राप्त होती है।
तीर्थ जल से अभिषेक करने पर मोक्ष की प्राप्ति होती है।
इत्र मिश्रित जल से अभिषेक करने से बीमारियों का निवारण होता है।
दूध और शक्कर मिश्रित जल से अभिषेक करने से सद्बुद्धि प्राप्त होती है।
देसी घी से अभिषेक करने से वंश की वृद्धि होती है।
सरसों के तेल से महारुद्र अभिषेक करने से शत्रु व रोगों का नाश होता है।
शुद्ध शहद से अभिषेक करने से कष्टों और पापों का शमन होता है।
पंडित राहुल दूबे ने यह भी बताया कि भगवान आशुतोष को बिल्व पत्र, बिल्व फल, धतूरा और विभिन्न पुष्प अर्पित करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। पूजा के दौरान “ॐ नमः शिवाय”, “हर हर महादेव” और “महामृत्युंजय मंत्र” का जाप करना अति शुभ माना जाता है। शिवरात्रि के इस अवसर पर भक्तों को विधिपूर्वक पूजा-अर्चना कर भगवान शिव से आशीर्वाद प्राप्त करना चाहिए।
“ॐ में ही आस्था, ॐ में ही विश्वास, ॐ में ही शक्ति और ॐ में ही सारा संसार है।”
महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर सभी भक्तों को शुभकामनाएँ। हर हर महादेव!