
राष्ट्रीय संविधान प्रचारकों का प्रशिक्षण प्रारम्भ
(रिपोर्ट विरेंद्र प्रताप उपाध्याय)
चौबेपुर (वाराणसी) भंदहांँ कला में 7 राज्यों से जुटे संविधान कार्यकर्ता संविधान के प्रति जन-जन को सचेत करने का अभियान संविधान प्रचारको की चार दिवसीय राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यशाला वृहस्पतिवार को भंदहाँ कला गाँव स्थित सामाजिक संस्था आशा ट्रस्ट के प्रशिक्षण केंद्र पर प्रारम्भ हुयी। इसमें 7 राज्यों से लगभग 20 संविधान कार्यकर्ता शामिल हैं। संविधान लागू हुये 75 वर्ष होने के बावजूद मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति प्रायः जनजागरूकता कम ही है।
ऐसे में संविधान के संस्थापक सिद्धांतों का सरलीकरण कर के तथा संवैधानिक मूल्यों को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंँचाने के लिये राष्ट्रीय स्तर पर संविधान प्रचारको को प्रशिक्षित किया जा रहा है। जिससे वह अपने-अपने क्षेत्रों में लोगों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक कर सकें। कार्यक्रम संयोजक एवं संविधान प्रचारक समिति के नागेश जाधव ने बताया संविधान प्रचारक जिम्मेदार नागरिकों और समान विचारधारा वाले संगठनों द्वारा चलाया जाने वाला एक अभियान है जिसका उद्धेश्य संविधान-साक्षर नागरिक तैयार करना है ।
कार्यशाला में प्रशिक्षण के लिये हम विभिन्न तरीके अपनाते हैं, जिसमें संवाद सत्र, नुक्कड़ नाटक, कठपुतली, गीत, खेल-आधारित गतिविधियाँ, पोस्टर प्रदर्शनी आदि शामिल हैं। अभियान की सदस्य भारती ने बताया कि यह तीसरी कार्यशाला है इसके पूर्व कटनी मध्य प्रदेश और उदयपुर राजस्थान में ऐसी कार्यशालायें आयोजित की गयी थी। इस अवसर आगंतुको का स्वागत करते हुए ट्रस्ट के समन्वयक वल्लभाचार्य पाण्डेय जी ने कहा कि संवैधानिक मूल्यों के प्रति समझ बढ़नें से लोगों के मन में संविधान के प्रति आस्था और विशवास बढ़ेगा।
जो राष्ट्रहित के लिये आवश्यक है।कार्यशाला में डॉ. गिरीजा भास्कर शिंदे, भारती अशोक खैर, नितीश राज, प्रवीण कुमार, प्रज्ञा शिखा, सुमेर हया, बिक्रम, सारिका, विजय, आमिर, मिथिलेश दुबे, प्रीती मौर्या, रमेश प्रसाद, बृजेश कुमार, दीन दयाल सिंह, प्रदीप सिंह, ज्योति सिंह, साधना सिंह आदि शामिल हैं।