
पूर्व माध्यमिक विद्यालय धौरहरा में शिक्षक सम्मान व बिदाई समारोह हुआ सम्पन्न, बच्चों नें प्रस्तुत किये रंगा-रंग कार्यक्रम
चौबेपुर (वाराणसी) क्षेत्र के ग्राम सभा धौरहरा गांँव पूर्व माध्यमिक विद्यालय के प्रांगण में शिक्षक सम्मान व विदाई समारोह का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। जिसमें संकुल धौरहरा के अध्यापक एवं अध्यापिकाओं ने अपने बीच सेवा निवृन्त, अंगवस्त्र व माल्यार्पण प्रदान कर जोरदार स्वागत किया।
साथ ही विद्यालय के बच्चों द्वारा स्वागत गीत, एवं मांगलिक गीत संगीत, द्वारा शिक्षकों का जोरदार स्वागत किया गया। सम्मानित होने वाले शिक्षकों में पूर्व प्रधानाध्यापक सियाराम यादव, मोहम्मद जब्बार, रामदेव प्रसाद, हौसला सिंह, व श्याम बिहारी यादव आदि प्रमुख रहे। वहीं अतिथियों का स्वागत करते हुये भोलेनाथ ने बताया कि गुरु वंदिनी प्रशंसानिय होता है जिसका कार्य मंगल होता है। जिसका महत्व युग युगान्तर से प्रशांगित रहता है गुरु का महत्व इस पंक्ति से पूरा स्पष्ट हो जाता है।
कबीरा हरि के रूप रुठते गुरु के सरने जाये।
कह कबीर गुरु रुठते हरि नहीं होत सहाय ।।
मुख्य वक्ता साहित्यकार डॉक्टर जय शंकर जय नें अपनें वक्तव्य में कहा कि बच्चे देश के उज्जवल भविष्य की आशा हमारी परंपराओं के संवाहक हैं, दधकती आंँखें अपरिमित ऊर्जा के साथ सीखनें की ललक लिये विद्यालय आते हैं, उसके पुष्प से मन मस्तिक पर शिक्षक अपनी ज्ञान ज्योति से सूर्य सा प्रभाव एवं प्रकाश डालता है।
गुरु जितना गुनीं होता है, शिष्य उतना ही निपुण होता है। गुरु पंत संकेतक होता है कार्यक्रम का संचालन राजाराम यादव नें किया। धन्यवाद ज्ञापन सुनील कुमार ने दिया। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से राजेश कुमार, कुश कुमार, सूर्य प्रकाश सिंह, रामबाबू, बृजेश, हरिकेश पाण्डेय, सतीश कुमार सिंह, राजेंद्र सोनकर, सहित आदि बड़ी संख्या में अध्यापक एवं छात्र-छात्रायें गणमान्य जन लोग विद्यालय प्रांगण में उपस्थित रहे।