
गायत्री परिवार की अनूठी पहल – हवन, दीपदान वृक्षारोपण कर जन्मदिन मनाया
चौबेपुर (वाराणसी) भारतीय संस्कृति और संस्कारो से लोगो को जोड़ने के लिए गायत्री परिवार द्वारा जाति धर्म संप्रदाय के भेदभाव से परे हवन पूजन वेद मंत्रोच्चार द्वारा जन्मदिन ब सालगिरह मनाने की प्रथा शुरू की है।
जिसमे लोग बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रहे है। लोगो में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है, वह अपना तथा परिवार के सदस्यों का जन्मदिन या सालगिरह केक काटने की बजाय हवन करवा कर वैदिक रीति से मना रहे हैं।उसी वैदिक रीति से वरिष्ठ समाजसेवी उपेन्द्र कुमार मिश्रा (पिंटू गुरू) का मनाया गया।
कार्यक्रम प्रभारी जनार्दन जी ने बताया कि बच्चों के जन्मदिन पर हवन व दीपयज्ञ के दौरान उनको संकल्प दिलवाए जाते हैं, ताकि वो अपनी संस्कृति से जुड़े रहे और संस्कारों का पालन करें। जैसे स्कूली बच्चों को नैतिक गुणों के विकास के लिए आलस्य त्यागना, गायत्री मंत्र का जाप करना, घर में सामूहिक आरती में शामिल होना, पढ़ाई करना, घर में बड़ों को प्रणाम या पैर छूकर आशीर्वाद लेना, झूठ नहीं बोलना सहित अन्य संस्कार बताए जाते है।
उन्होनें बताया कि वैसे तो अनेक पर्व-त्यौहार आते और मनाये जाते हैं, पर व्यक्तिगत दृष्टि से मनुष्य का अपना जन्मदिन ही उसके लिए सबसे बड़े हर्ष, गौरव एवं सौभाग्य का दिन होता है। उपेन्द्र मिश्रा ने अपने उमरहां बाजार स्थित प्रतिष्ठान कृष्णा एग्रीमार्ट पर गायत्री पाठ, हनुमान चालीसा पाठ व महामृत्युंजय मंत्रोच्चार व नमः पार्वती पतये हर हर महादेव जय उद्घोष व वृक्षारोपण कर बड़े ही धूमधाम से मनाया और लोगों को यह संदेश भी दिया कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने घर के छोटे से छोटे धार्मिक अनुष्ठान, जन्मदिन, वैवाहिक वर्षगांठ पर एक वृक्ष लगाना चाहिए।
वृक्ष अपने आस-पास रहने वाले लोगों को मानसिक स्वास्थ्य और खुशहाली पर सकारात्मक प्रभाव डालकर, तनाव को कम करके और बाहरी व्यायाम को प्रोत्साहित करके बहुत लाभ पहुँचाते हैं इस मौके पर जनार्दन जी, घनश्याम जी,अवधेश जी, रेवती जी, बलराम जी,शैलेश, राजन, अजीत, नीरज, गोलू, अनूप, सुजीत, मोहित, गणेश, अर्पित, बाबू के अलावा अन्य लोग भी मौजूद रहें।