
वृक्ष कबहुं नहिं फल भखै, नदी न संचै नीर।
परमारथ के कारणे, साधुन धरा शरीर।।
वाराणसी: प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी संत प्रवर श्री विज्ञान देव जी महाराज के पावन जन्मोत्सव, 28 अक्टूबर 2024 को विश्वव्यापी रक्तदान शिविर का आयोजन भारत सहित विश्व के कई देशों में किया गया। भारत के 20 से अधिक राज्यों के लगभग 150 स्थानों पर एक साथ–एक, समय–एक दिन, लगभग 5 हजार की संख्या में रक्तवीरों ने अपनी रक्त-सेवा प्रदान की है ।
इस कड़ी में विहंगम योग के प्रमुख आश्रम ‘स्वर्वेद महामन्दिर धाम’ उमरहाँ, वाराणसी में भी वृहद् स्तर पर रक्तदान शिविर का आयोजन प्रातः 10 : 00 बजे से किया गया।
इस लोक कल्याणकारी कार्यक्रम की परंपरा है कि इसका शुभारम्भ स्वयं संत प्रवर श्री अपने रक्तदान से करते हैं और आपके प्रथम रक्तदान के पश्चात देश- विदेश में फैले सैकड़ों आश्रम और संस्था के समंवय से संचालित अनेकों राज्य एवं जिला स्तरीय इकाइयों के सदस्यों व शिष्यों द्वारा विश्वव्यापी रक्तदान किया जाता है।
इस वर्ष पूज्य श्री ने महर्षि सदाफल देव दण्डकवन आश्रम, गुजरात में आयोजित रक्तदान शिविर में प्रथम रक्तदान किया। जिसके पश्चात संस्था से जुड़े देश- विदेश के सभी विहंगम योग साधकों ने रक्तदान करना प्रारंभ किया।
इस विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन प्रातः 10 बजे से किया गया। इस अवसर पर महामंदिर परिसर में रह रहे आश्रम सेवकों के अतिरिक्त, वाराणसी विहंगम योग संत समाज से भी सैकड़ों की संख्या में भक्त- शिष्य उपस्थित रहे। साथ ही कुल 32 यूनिट रक्त भक्त शिष्यों द्वारा जिला कबीर चौरा से आये चिकित्सकों को सौंपा गया।
इस अवसर पर स्वर्वेद महामंदिर प्रबंधन समिति से सुरेन्द्र सिंह यादव, डॉ श्याम सुन्दर प्रसाद, कौशलेन्द्र कुमार, राम भजन, सुदीप अग्रवाल, भरत दुबे, डॉ. सुशील मिश्र, पशुपति नाथ त्रिपाठी, ऋषि कुमार दास, नीरज पांडेय, निखिलेश कुमार, स्वर्वेद महामंदिर के कार्यालय सेवक अभिषेक सिंह, जीतेन्द्र कुमार, अशोक कुमार तथा वाराणसी जिले के संयोजक गणेश सिंह, के. पी. सिंह, सरिता सिंह, डिम्पल राय, आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।