
आध्यात्मिक माहौल में गूंजी श्रीमद्भागवत कथा, वेदाचार्य पं. विष्णु कांत शास्त्री ने बताया मोक्ष का मार्ग
चौबेपुर (वाराणसी)।गौरा उपरवार रोड स्थित सनसाईन कॉन्वेंट स्कूल के प्रांगण में चल रही श्रीमद्भागवत सप्ताह कथा में शुक्रवार की संध्या भक्तिभाव का अनुपम दृश्य देखने को मिला। प्रवचन करते हुए वेदाचार्य पंडित विष्णु कांत शास्त्री ने कहा कि श्रीमद्भागवत केवल एक पौराणिक संवाद मात्र नहीं, बल्कि मोक्ष की ओर ले जाने वाला अमूल्य मार्गदर्शक ग्रंथ है।
उन्होंने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि यह अमर कथा हमें आत्मा की अमरता और जीवन की नश्वरता का गहरा बोध कराती है। श्रीमद्भागवत को सभी शास्त्रों का सार बताते हुए उन्होंने इसे भक्ति, आत्मज्ञान और मोक्ष की दिशा में अग्रसर करने वाली अद्भुत कृति करार दिया। कथा के माध्यम से उन्होंने जीवन मूल्यों की महत्ता को रेखांकित किया और श्रद्धालुओं से भक्ति के पथ पर चलने का आह्वान किया।
यह कथा आयोजन स्वर्गीय न्यायमूर्ति श्रीश नाथ तिवारी की 28वीं पुण्यतिथि की स्मृति में पूर्वांचल के प्रख्यात व्यवसायी चंद्रशेखर तिवारी ‘मून बाबू’ के सौजन्य से आयोजित किया जा रहा है। आयोजन में प्रतिदिन आसपास के गांवों से श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या उमड़ रही है, जिससे क्षेत्र में भक्ति और आध्यात्मिकता का वातावरण और भी प्रगाढ़ हो गया है।
कथा के समापन पर आरती और प्रसाद वितरण के साथ भक्तों ने अध्यात्मिक संतोष की अनुभूति की। आयोजन में पूर्व न्यायाधीश अजीत कुमार तिवारी, अरुण तिवारी, रवि तिवारी, अनुराग तिवारी, मार्कंडेय औद्योगिक संस्थान के निदेशक अपूर्व कुमार तिवारी, विनोद चतुर्वेदी, हवलदार सिंह समेत अनेक गणमान्य जन उपस्थित रहे।
श्रीभागवत कथा में प्रवाहित हुई भक्ति की धारा ने श्रोताओं को जीवन के सार्थक उद्देश्य की ओर उन्मुख किया और मोक्ष प्राप्ति के मार्ग को सरल बनाने का संदेश दिया।