
प्रवेश में धांधली का आरोप, कार्यवाहक कुलपति से मिले सांसद और MLC, निष्पक्ष जांच की मांग
वाराणसी : काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में पीएचडी में प्रवेश को लेकर धरने पर बैठी छात्रा अर्चिता सिंह को समाजवादी पार्टी का खुला समर्थन मिल गया है। सोमवार को चंदौली से सांसद वीरेंद्र सिंह ‘मस्त’ और सपा एमएलसी आशुतोष सिंह धरनास्थल पर पहुंचे और छात्रा से मुलाकात की।
धरनास्थल पर सांसद वीरेंद्र सिंह ने कहा कि अर्चिता पिछले 20 दिनों से पीएचडी प्रवेश में अनियमितताओं को लेकर परेशान हैं। उन्होंने सभी जरूरी दस्तावेज जमा किए हैं, सिवाय ईडब्ल्यूएस प्रमाणपत्र के, लेकिन बावजूद इसके उन्हें जानबूझकर वंचित किया जा रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि विभाग के डीन किसी खास व्यक्ति को एडमिशन दिलवाने के उद्देश्य से अर्चिता के साथ भेदभाव कर रहे हैं। “अगर ऐसा ही चलता रहा, तो बीएचयू जैसे वैश्विक पहचान रखने वाले संस्थान की छवि धूमिल होगी,” उन्होंने कहा।
सांसद वीरेंद्र सिंह और एमएलसी आशुतोष सिंह ने कार्यवाहक कुलपति से मिलकर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की। सांसद ने कहा कि अगर न्याय नहीं मिला तो समाजवादी पार्टी इस मुद्दे को सड़क से लेकर संसद तक उठाएगी।
उन्होंने कहा, “मैं ईडब्ल्यूएस प्रमाणपत्र की प्रक्रिया को लेकर संसद में सवाल उठाऊंगा, ताकि आगे किसी छात्र को इस तरह मानसिक प्रताड़ना न सहनी पड़े।”
सांसद ने तीखा हमला करते हुए कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में ऐसी घटनाएं हो रही हैं। मुख्यमंत्री भी हर 10 दिन में यहां आते हैं, फिर भी यदि एक छात्रा को न्याय नहीं मिल पा रहा, तो यह चिंताजनक है।”
धरनास्थल पर सपा ज़िलाध्यक्ष सुजीत यादव, एमएलसी आशुतोष सिन्हा समेत कई समाजवादी कार्यकर्ता मौजूद रहे।