
आने वाले दिनों में अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी
चौबेपुर। उत्तर प्रदेश के कोटेदारों ने छह माह से लंबित कमीशन भुगतान और अन्य मांगों को लेकर विरोध तेज कर दिया है। इस क्रम में राज्य के लगभग 80 हजार कोटेदार 20, 21 और 22 जुलाई को खाद्यान्न वितरण कार्य ठप रखेंगे। यह निर्णय ऑल इंडिया फेयर प्राइज शॉप डीलर्स एसोसिएशन, उत्तर प्रदेश द्वारा लिए गए आंदोलन की कड़ी में लिया गया है।
प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष गिरीश तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस तीन दिवसीय सांकेतिक हड़ताल के संबंध में मुख्यमंत्री और खाद्य एवं रसद आयुक्त को ज्ञापन सौंपा जा चुका है।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में कोटेदारों को केवल 90 पैसे प्रति क्विंटल कमीशन मिलता है, जो अन्य राज्यों की तुलना में बेहद कम है। उदाहरणस्वरूप, गुजरात में कोटेदारों को ₹20,000 तक मानदेय मिलता है, जबकि कई राज्यों में ₹200 प्रति क्विंटल का भुगतान होता है।
गिरीश तिवारी ने बताया कि फरवरी से जुलाई तक का लाभांश और कमीशन अभी तक वितरित नहीं किया गया है। केंद्र सरकार की ओर से राशन वितरण प्रणाली को पेपरलेस करने के निर्देश जारी हो चुके हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से अब तक इस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
उन्होंने यह भी बताया कि कोटेदारों की अन्य मांगों पर भी अब तक कोई ठोस पहल नहीं हुई है। इसके विरोध में 18 जुलाई को प्रदेशभर से आए कोटेदारों ने लखनऊ स्थित आयुक्त कार्यालय का घेराव किया।
एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही कोटेदारों की मांगें पूरी नहीं की गईं तो आने वाले दिनों में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की जाएगी। इससे राज्यभर में सार्वजनिक वितरण प्रणाली पर बड़ा असर पड़ सकता है।