
कोटेदारों की सात सूत्रीय मांगों को लेकर पूर्ण बंद रहा वितरण कार्य
चौबेपुर (वाराणसी)। उत्तर प्रदेश के कोटेदारों की तीन दिवसीय हड़ताल का दूसरा दिन भी पूरी तरह सफल रहा। आल इंडिया फेयर प्राइज शॉप डीलर एसोसिएशन के आह्वान पर की गई इस हड़ताल के चलते राज्यभर में खाद्यान्न वितरण पूरी तरह बंद रहा।
कोटेदारों की यह हड़ताल कुल सात सूत्रीय मांगों को लेकर की जा रही है, जिसमें प्रमुख मांग कमीशन वृद्धि की है।
प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष गिरीश तिवारी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में कोटेदारों को अन्य राज्यों की तुलना में बेहद कम कमीशन मिलता है।
उन्होंने कहा कि सरकार को कई बार ज्ञापन व पत्रक के माध्यम से अवगत कराया गया, परंतु कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
इसी के विरोधस्वरूप कोटेदारों ने 18 जुलाई को खाद्य आयुक्त कार्यालय का घेराव किया और 20 से 22 जुलाई तक तीन दिवसीय सांकेतिक हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया।
गिरीश तिवारी ने दावा किया कि हड़ताल पूरे प्रदेश में शत-प्रतिशत सफल रही है और 1% भी खाद्यान्न वितरण नहीं हुआ।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने कोटेदारों का कमीशन ₹200 प्रति क्विंटल नहीं किया, तो आगामी माह से प्रदेशभर के कोटेदार अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। जनता को होने वाली असुविधा के लिए उन्होंने सरकारी उदासीनता को जिम्मेदार ठहराया।