
छात्र राजनीति से निकले सुभाष ‘गुड्डू’ अब विधान परिषद चुनाव मैदान में, समर्थकों में जोश, राजनीतिक गलियारों में हलचल
रिपोर्ट विरेंद्र प्रताप उपाध्याय
चौबेपुर (वाराणसी)। छात्र राजनीति में एक लंबे अरसे तक सक्रिय भूमिका निभा चुके सुभाष चंद्र सिंह उर्फ ‘गुड्डू’ ने उत्तर प्रदेश विधान परिषद (आंगतुक) सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। चौबेपुर में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने अपने चुनावी इरादों को स्पष्ट किया, जिससे उनके समर्थकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार हुआ है।
सुभाष ‘गुड्डू’ का छात्र जीवन नेतृत्व और संघर्ष की मिसाल रहा है। वर्ष 1985 से 1996 तक वह दयानंद महाविद्यालय, हरिश्चंद्र महाविद्यालय और काशी विद्यापीठ—तीनों प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों में छात्रसंघ अध्यक्ष पद पर पहले ही प्रयास में निर्वाचित हुए। उनके कार्यकाल में छात्रहित में कई उल्लेखनीय फैसले हुए, जिनमें ऑनर्स डिग्री की बहाली, परास्नातक कक्षाओं का संचालन, नए परिसर का निर्माण तथा बीएड, एमबीए, बीबीए जैसे व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की शुरुआत शामिल है।
काशी विद्यापीठ से जुड़े महाविद्यालयों को एक मंच पर लाकर सुभाष सिंह ने संयुक्त रूप से कई छात्रहितकारी निर्णय भी पारित कराए। उन्होंने महामहिम राष्ट्रपति से मिलकर विश्वविद्यालय के विस्तार की भी प्रभावी पहल की थी।
ईमानदार, निर्भीक और जनसंपर्क में माहिर सुभाष ‘गुड्डू’ आज भी युवाओं और समाजसेवियों के लिए प्रेरणास्रोत माने जाते हैं। उनके चुनावी मैदान में उतरने की खबर से न केवल समर्थकों में उत्साह है, बल्कि राजनीतिक गलियारों में भी चर्चाओं का दौर तेज हो गया है।