
थाना रामनगर पुलिस द्वारा विभिन्न स्थानों से वाहन चोरी करने वाले गैंग के कुल 04 अभियुक्तगण तथा एक बाल अपचारी को गिरफ्तार
वाराणसी– पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट वाराणसी द्वारा जघन्य अपराधों / वाहन चोरी पर अंकुश लगाये जाने एवं वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु दिये गये निर्देशों के अनुपालन में पुलिस उपायुक्त काशी जोन कमिश्नरेट वाराणसी के निर्देशन में व अपर पुलिस उपायुक्त काशी जोन कमिश्नरेट वाराणसी व सहायक पुलिस आयुक्त कोतवाली के मार्गदर्शन में एवं प्रभारी निरीक्षक रामनगर के कुशल नेतृत्व में दिनांक 27.03.2024 को रामनगर पुलिस टीम द्वारा मुखबिर खास की सूचना पर अन्तर्जनपदीय क्षेत्रान्तर्गत विभिन्न स्थानों से वाहन चोरी करने वाले 04 शातिर चोर व एक बाल अपचारी को गिरफ्तार
कर उनके पास से 09 अदद मोटर साइकिल बरामद करते हुए दिनांक 27.03.2024 को ढुण्ढ़राज पुलिया (हाईवे) के पास हिरासत पुलिस में लिया गया जिसके सम्बन्ध में थाना रामनगर पर मु0अ0सं0-041/2024 धारा 411/413/414/467/468/471 भा०द०वि०, पंजीकृत किया गया है। उक्त गिरफ्तारी बरामदगी के सम्बन्ध में थाना रामनगर पुलिस द्वारा अग्रिम आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है।
घटना का विवरणः-दिनांक 27/03/2024 को उ0नि0 जयप्रकाश सिंह मय हमराह अधिकारी कर्मचारीगण के साथ देखभाल क्षेत्र जुर्म जरायम चेकिंग संदिग्ध व्यक्ति / वाहन को चेकिंग की जा रही थी कि थाना रामनगर के क्राइम टीम के सदस्य आ गए कि कुछ ही देर बाद जीवनाथपुर रोड़ की तरफ से 2 मोटर साइकिल पर 2-2 (एक बाल अपचारी) व्यक्ति सवार आते हुए दिखायी दिए जिन्हे चेकिंग हेतु हाथ देकर रूकने का इशारा किया गया तो और तेज गति से भागने लगे जिन्हे हमराही कर्मचारीगण की मदद से ढूंढराज पुलिया के पहले ही मोटर साइकिल सवार चारों व्यक्तियों को कपड़ लिया गया।
जिनके पास से चोरी की 02 मोटरसाइकिल व इनकी निशानदेही पर 07 अदद अन्य चोरी की मोटरसाईकिलों को बरामद करते हुए एक और अन्य अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया। पछताछ विवरणः-साहब हम लोगों के पास जो मोटर साइकिल है वह चोरी की है इसलिए पकड़े जाने के डर से भाग रहे थे।
साहब हम लोग इन्ही वाहनो से घूमकर वाराणसी व मुगलसराय व अपने जनपद में घूम फिर कर मोटर साइकिल चोरी करते है तथा अपने घर व हम लोगो के गांव के बगल के ही व्यक्ति के यहाँ पर बेच दिया जाता है व 2 वाहन सोनभद्र के धर्मेन्द्र विश्वकर्मा पुत्र अनुज बिहारी विश्वकर्मा नि० लोहरा गुलरहवा बस्ती के यहा बेचे थे। मोटर साइकिलों के बेचकर प्राप्त पैसों से अपने अपने सानों सौकत में खर्च किया जाता है।