
विद्युत पेंशनरां ने बुलन्द की आवाज कैशलेस चिकित्सा का शीघ्र मिले लाभ।
(रिपोर्ट : संतोष कुमार सिंह)
वाराणसी :- विद्युत पेंशनर्स परिषद, उ० प्र० वाराणसी क्षेत्र का चतुर्थ अधिवेशन पूरी भव्यता के साथ महमूरगंज स्थित शगुन लॉन में सम्पन्न हुआ। दो सत्रों में चले महाधिवेशन के खुले सत्र का उद्घाटन वाराणसी, चन्दौली, गाजीपुर, जौनपुर से आये बड़ी संख्या में पेंशनरों, पारिवारिक पेंशनरों, वरिष्ठ पदाधिकारियों एवं विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों की भारी संख्या में उपस्थिति के बीच मुख्य अतिथि रविन्द्र जायसवाल राज्य मंत्री (स्टाम्प एवं न्यायालय शुल्क) उ० प्र० सरकार द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा अपने उद्बोधन में विद्युत पेंशनर की मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया तथा उन्होंने कहा कि उनके हितों की रक्षा की जायेगी। सम्मेलन की अध्यक्षता इंजीनियर ए०के०सिंह एवं संचालन आर०के० वाही ने किया।
परिषद के महासचिव अतिन गांगुली द्वारा 11 सूत्रीय मुख्यमंत्री को सम्बोधित मांग पत्र दिया गया विभिन्न संगठनों के प्रतिनिीियों ने अपने विचार रखते हुए मांगों का समर्थन किया | वक्ताओं ने जोरदार ढंग से कैशलेस चिकित्सा व्यवस्था को तत्काल लागू करने तथा एल०एम० वी०10 की सुविधा यथावत रखने की मांग की | कैशलेश चिकित्सा सुविधा दिये जाने,चिकित्सा भत्ता 200/- प्रति माह से 1000/- करने की मांग की इसके अतिरिक्त पूर्ण पेंशन की स्थापना 20 वर्ष में करने एवं आश्रित बच्चों की चिकित्सा एवं पेंशन सुविधा हेतु निर्धारित आयु सीमा में वृद्धिकर 35 वर्ष करने, सेवानिवृत्ति के समय देय अवकाश नकदीकरण को आयकर मुक्त करने, पेंशन को आयकर मुक्त करने, असक्त और पीड़ित वरिष्ठ नागरिको हेतु नगरों में मूलभूत सुविधाओं से युक्त ओल्डएज होम बनवाने एवं सरकार द्वारा इनका संचालन करने की व्यवस्था करने, पेंशनरों के द्वारा पेंशन के 40 प्रतिशत बेची गयी राशिकरण की कटौती 15 वर्षों तक किया जाता है |
वर्तमान में उच्च न्यायालय,उ०प्र० के 24 जुलाई 2024 के आदेश का सम्मान करते हुए राशिकरण की कटौती न्यायालय के निर्णय के अनुसार 10 वर्ष 11 माह तक ही किया जाय तथा जिन पेंशनरों की कटौती 15 वर्ष तक किया गया है उन्हें अधिक राशि के कटौती धनराशि अविलम्ब वापस किया जाय।
मांगों के शीर्घ निस्तारण हेतु आवश्यक कार्यवाही किये जाने का विशिष्ट अतिथि निदेशक कार्मिक ई०आर०के० जैन ने भरोसा दिलाया अधिवेशन में पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने की मां की गई |स्वागताध्यक्ष आर०वी०सिंह द्वारा सम्मेलन में आये अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया।
अधिवेशन के अंतरंग सत्र में महासचिव द्वारा विगत सत्र में किये ये कार्यों का विवाारण प्रतिवेदन के रूप में प्रस्तुत किया गया | सम्मेलन में वित्त सचिव द्वारा आय व्यय का रिपोर्ट प्रस्तुत किया गया,सम्मेलन में वरिष्ठ नागरिकों को अंगवस्त्रम एवं अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया | सम्मेलन में सरदार भगत सिंह के जन्म जयन्ती पर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया अन्त में दिवंगत नागरिकों को 2 मिनट मौन रखकर श्रद्धाजंलि अर्पित किया गया |
सम्मेलन में नई कार्यकारिणी का गठन किया गया जिसमे ई0एस0पी0 त्रिपाठी को संरक्षक,आर0के0 वाही को उपाध्यक्ष,ई0ए0के0सिंह को अध्यक्ष,अतीन गांगुली को महासचिव,ई0पृथ्वीपाल सिंह को कार्यकारी अध्यक्ष,ई0 अवधेश मिश्रा को उपाध्यक्ष,के0एम0 श्रीवास्तव को वित्त सचिव,गोविंद नारायण को कार्यालय सचिव सर्वसम्मति से चुना गया |
अधिवेशयन को प्रबन्ध निदेशक,(आई०ए०एस०शम्भू कुमार) ने अपने स्तर पर मांगों को निस्तारण का भरोसा दिलाया | निदेशक (कार्मिक प्रबन्धन एवं प्रशासन) ई०आर०के०जैन,परिषद के प्रान्तीय अध्यक्ष ई०भारत भूषण गोयल, प्रान्तीय महामंत्री ई०कप्तान सिंह सहित ई०पृथ्वी पाल सिंह अवधेश मिश्रा,आर०के०वाही,डॉ0 आर०वी० सिंह,माया शंकर तिवारी,अंकूर पाण्डेय,आशा राम पाठक, एस०ल०आर०गुप्ता,ई0डी0बी0 सिंह,ई0 एस0पी0 त्रिपाठी, ई0आर0एस0पाण्डेय,ई0 रामाधार यादव,ई0जे0एन0 दुबे, ई0एस0डी0 मिश्र,ई0ओ0पी0 सिंह,चन्द्रेश्वर सिंह,अयोध्या प्रसाद शुक्ला,ज्ञानेन्द्र सिंह,के०एम०श्रीवास्तव आदि ने सम्बोधित किया।