
अधजला शव मिलने पर हत्या की जताई थी आशंका
वाराणसी। दांदूपुर गांव निवासी नितेश मौर्या (18) की हत्या नहीं की गई थी। पुलिस के अनुसार, नितेश ने गत 20 सितंबर की रात अपने घर से लगभग सौ मीटर दूर रिंग रोड के किनारे झाड़ी में पेट्रोल छिड़क कर आत्महत्या की थी। पुलिस ने यह दावा सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस की मदद से जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर किया है। दरअसल, 19 सितंबर को नितेश के दो दोस्त दो किशोरियों का अपहरण कर शहर से भाग गए थे।
दोनों किशोरियों को कैंट स्टेशन तक पहुंचाने के लिए ऑटो की व्यवस्था नितेश ने की थी। सर्विलांस की मदद से सामने आया कि 19 सितंबर की अपराह्न 3 बजे से शाम 6 बजे तक नितेश अपने दोनों दोस्तों से फोन पर लगातार बात कर रहा था। एक किशोरी के अपहरण को लेकर शिवपुर थाने में मुकदमा दर्ज हुआ। पुलिस ने छानबीन शुरू की तो नितेश पर शक गहराया। खुद को घिरता देख नितेश घबरा गया और 20 सितंबर की देर शाम 746 बजे रिंग रोड के किनारे स्थित एक पेट्रोल पंप से तीन बोतल में पेट्रोल खरीदा। उसी रात 1046 बजे उसके एक दोस्त के परिजन के साथ पुलिस उसके घर पहुंची तो वह और ज्यादा डर कर बाउंड्री वॉल फांद कर भाग गया।
इसी के बाद वह आत्मघाती कदम उठा लिया। उधर, दोनों किशोरियां अलीगढ़ से बरामद हुई तो उन्होंने भी पुलिस को बताया कि घर छोड़ कर जाने में उनकी पूरी मदद नितेश ने की थी। शिवपुर थाना क्षेत्र के दांदूपुर निवासी नितेश का अधजला शव 21 सितंबर की शाम उसके घर से कुछ दूरी पर रिंग रोड के किनारे झाड़ी में मिला था। नितेश के बड़े भाई अनिल की तहरीर पर गांव के ही पांच लोगों के खिलाफ शिवपुर थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था। नामजद पांचों आरोपियों और 11 अन्य लोगों को पुलिस ने हिरासत में लेकर लंबी पूछताछ की।
सर्विलांस की मदद से सभी के मोबाइल का कॉल डिटेल रिकॉर्ड और लोकेशन खंगाली गई। पड़ताल में हत्या में किसी की संलिप्तता उजागर नहीं हो सकी। उधर, इस संबंध में एडीसीपी वरुणा जोन सरवणन टी ने बताया कि पुलिस की टीमों द्वारा की गई जांच में जो तथ्य सामने आए हैं उनके आधार पर यह स्पष्ट है कि युवक ने आत्महत्या की थी। युवक के परिजनों को इस संबंध में साक्ष्य के साथ विस्तार से जानकारी दे दी गई है। पुलिस ने परिजनों को पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम की रिपोर्ट का भी हवाला दिया।
पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार आग में जलने से उसकी मौत हुई थी। अन्य कोई वजह सामने नहीं आई थी। फॉरेंसिक टीम की रिपोर्ट के अनुसार आग लगाने के बाद जब नितेश लपटों से घिर गया तो लगभग 40 मीटर की परिधि में वह दौड़ा था। इसके बाद गिर कर पूरी तरह झुलस गया और उसकी मौत हो गई। उसका हाथ नहीं कटा था। शरीर के ऊपरी हिस्से की तुलना में निचले हिस्से का ज्यादा झुलसा था।