
हनुमान जी बल बुद्धि विद्या के देवता है-कृष्णा नन्द पाण्डेय
वाराणसी धरोहर संरक्षण सेवा संगठन द्वारा सनातन विस्तार के उद्देश्य को लेकर अनवरत चल रहे, संस्कृति संवाद यात्रा की बैठक हनुमान जयंती पर श्री हनुमान प्राकट्य उत्सव के रूप में कोरऊत घाट पर मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता चतुर्वेदी जी आप कृपया मंच डॉक्टर एस.एन. सिंह पटेल ने किया। मुख्य वक्ता संगठन के प्रमुख संयोजक कृष्णा नन्द पाण्डेय ने कहा की हमारे त्यौंहार, उत्सव परम्परा पूर्ण रूप से वैज्ञानिक है, जो समाज को एक सूत्र मे बाँधनें व समाज को उत्साहित करनें की परम्परा है, हमारे उत्सव ही उत्साह की जननी है ।
उत्साह से व्यक्ति अपने हर लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है। हनुमान जी का उत्साह के बल से ही समुंद्र पार कर पाना सम्भव हो पाया। हनुमान जी बल, बुद्धि ,विद्या के देवता है। यही तीनों सूत्र व्यक्ति को उत्साहित करता है। उत्साहित व्यक्ति किसी भी लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है। उत्साह की प्राप्ति हनुमत आराधना से ही सम्भव है वक्ताओं मे श्री उपेन्द्र सिंह ने कहा कि आज सनातन समाज अपने मूल्यों के प्रति उत्साहित है। जिसका परिणाम पूरे विश्वको एक सुखद अनुभूति देगा। हमारी परम्पराएँ ही पूरी दुनियाँ को सुख की अनुभूति करा सकती है। जिला पंचायत सदस्य सुनील सिंह ने कहा कि हमारी सनातन संस्कृति विश्व का कल्याण हो का उद्वघोष करती है। ऐसी परम्परा। संस्कृति की रक्षा के लिए हमे अपने सर्वोच्च बलिदान के लिए तैयार रहना होगा।गौरव मिश्र ने संगठन के कार्य और उद्देश्य की विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि सनातन समाज को संगठित होकर अपनी संस्कृति का विस्तार करने का समय आ गया है। पूरे विश्व का कल्याण सनातन संस्कृति ही कर सकती है।
कार्यक्रम मे प्रमुख रूप से श्री राकेश त्रिपाठी, सोनू यादव, राकेश चौबे, मधुकर चौबे , राजेश मिश्र , शिव सरण पटेल, प्रदीप तिवारी, बबलू पटेल, कमलेश यादव ( बाबा ) शिवम् सिंह , हरीशचंद्र चौबे ,प्रशांत त्रिपाठी ,हिमांशु त्रिपाठी , बनारसी तिवारी सहित गणमान्य लोग उपस्थित रहे । कार्यक्रम का आयोजन श्री राकेश तिवारी ने किया, कुशल संचालन डा. राम केश पाण्डेय ने किया , कार्यक्रम का समापन सामूहिक श्री हनुमान चालीसा पाठ से हुआ ।