
मां विंध्यवासिनी का किया दर्शन पूजन।
(रिपोर्ट संतोष कुमार सिंह)
वाराणसी :- दक्षिणाम्नाय शृंगेरी शारदा पीठाधीश्वर शृंगेरी जगद्गुरु शंकराचार्य अनंत श्री विभूषित श्री श्री भारती तीर्थ जी महाराज के कर कमलसंजात शृंगेरी पीठ के उत्तराधिकारी जगद्गुरु शंकराचार्य अनंत श्री विभूषित श्री श्री विधुशेखर भारती जी महाराज के काशी विजययात्रा के क्रम में अन्नपूर्णा देवी प्राण प्रतिष्ठा कुम्भाभिषेक समारोह के अंतर्गत महन्त शंकरपुरी और महन्त सुभाषपुरी की उपस्थिति में विश्व कल्याणार्थ के लिए सहस्त्रचंडी महायज्ञ का संकल्प श्रृंगेरी मठ के प्रांगण में किया गया |
काशी नरेश महाराज अनंत नारायण सिंह ने शंकराचार्य जी का दर्शन पूजन किया | ये सप्तशति पाठ काशी सहित कर्नाटक, महाराष्ट्र, तमीलनाडू,गोवा,मध्य प्रदेश,दिल्ली से आए 131 वैदिक ब्राह्मणों द्वारा लगातार पांच दिन चलेगा जिसमें एक हजार सप्तशति पाठ,देवी मूल मंत्र का दस लाख जप,तत्दशांश हवन होगा | मूल उद्देश्य इसका परस्पर हिंसा निवृति, प्राणियों में सद्भावना,अतिवृष्टि से निवृति, लोगों में धार्मिक श्रद्धा विवर्धन करना है इसके अलावा कुमारिका सुवासिनी पूजन, चौसठ योगिनी पूजन,आवरण पूजा कुंकुमार्चन आदि धार्मिक कार्य श्रृंगेरी मठीय पाठशाला के अध्यक्ष विनायक उडपा के आचार्यत्व में हुए कार्यक्रम का संचालन चल्ला अन्नपूर्णा प्रसाद ने किया |
इस अवसर पर चल्ला सुब्बाराव,चल्ला चिंतामणि गणेश,चल्ला जगन्नाथ शास्त्री, चल्ला अभिराम,चल्ला अभिनव, चल्ला विद्याशंकर,षडानन पाठक,संतोष सोलापुरकर आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे | सायंकाल शंकराचार्य श्री विधु शेखर भारती स्वामी ने विंध्याचल स्थित विंध्यवासिनी देवी का दर्शन व पूजन किया ||