
आशा ट्रस्ट की छात्राओं ने किया शैक्षणिक भ्रमण, शिल्पकला और संस्कृति से हुईं रूबरू
(रिपोर्ट विरेंद्र प्रताप उपाध्याय)
वाराणसी। भंदहा कला ग्राम स्थित सामाजिक संस्था आशा ट्रस्ट द्वारा संचालित निःशुल्क पुस्तकालय एवं अध्ययन केंद्र की 30 छात्राओं ने सोमवार को वाराणसी के विभिन्न ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों का शैक्षणिक भ्रमण किया। इस यात्रा का उद्देश्य छात्राओं को अपने जिले और आसपास की सांस्कृतिक, शैक्षणिक एवं ऐतिहासिक धरोहरों से परिचित कराना था।
शैक्षणिक भ्रमण के दौरान छात्राओं ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय, भारत माता मंदिर, दीनदयाल हस्तकला संकुल और स्वर्वेद महामंदिर का अवलोकन किया। भारत माता मंदिर में छात्राओं ने राष्ट्रभक्ति की भावना से ओत-प्रोत मानचित्र पर भारत माता के विभिन्न स्वरूपों को देखा और देश की विविधता में एकता के महत्व को समझा।
वहीं दीनदयाल हस्तकला संकुल में छात्राओं ने वाराणसी की समृद्ध शिल्पकला की बारीकियों को करीब से जाना। लकड़ी पर की जाने वाली जटिल नक्काशी, बनारसी सिल्क की खासियत, पीतल और तांबे की कलाकृतियां, इन सभी ने छात्राओं को गहराई से प्रभावित किया।
इस दौरान छात्राओं ने पूरे उत्साह के साथ जानकारी जुटाई और हर स्थल पर अपनी जिज्ञासाओं का समाधान किया। आशा ट्रस्ट के प्रतिनिधि प्रदीप सिंह, अनंत, सरोज सिंह और ज्योति सिंह ने छात्राओं का मार्गदर्शन करते हुए उनके सवालों के जवाब दिए और उन्हें प्रत्येक स्थल के महत्व से अवगत कराया।
संस्था की ओर से बताया गया कि ऐसे शैक्षणिक भ्रमण छात्राओं के व्यक्तित्व विकास में सहायक होते हैं और उनके अंदर अपनी सांस्कृतिक धरोहर के प्रति गर्व की भावना का संचार करते हैं।