
नवंबर में भंदहांकला में आयोजित होगा तीन दिवसीय संविधान उत्सव, बालिकाओं को किया गया जागरूक
(रिपोर्ट विरेंद्र प्रताप उपाध्याय)
चौबेपुर (वाराणसी)| सामाजिक संस्था आशा ट्रस्ट परिसर में आयोजित चार दिवसीय संविधान प्रचारक प्रशिक्षण कार्यशाला का रविवार को विधिवत समापन हुआ। इस कार्यशाला में देश के 7 राज्यों से आए 17 प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। समापन अवसर पर सारनाथ स्थित धमेख स्तूप के निकट सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
कार्यशाला के अंतिम सत्र में आशा ई-लाइब्रेरी और अध्ययन केंद्र की लगभग 60 छात्राओं को संविधान की आवश्यकता, उसकी संरचना, निर्माण प्रक्रिया और भारतीय संविधान की विशेषताओं से अवगत कराया गया। रोचक गतिविधियों, गीतों और खेलों के माध्यम से छात्राओं को संवैधानिक मूल्यों के प्रति जागरूक किया गया।
इस अवसर पर यह निर्णय लिया गया कि आगामी संविधान दिवस के अवसर पर नवंबर माह में भंदहांकला गांव में तीन दिवसीय संविधान उत्सव का आयोजन किया जाएगा। इस उत्सव के माध्यम से प्रदेश के अधिक से अधिक युवाओं को संविधान प्रचारक अभियान से जोड़ा जाएगा।
समापन सत्र में अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए वरिष्ठ गांधीवादी विचारक सुनील सहस्रबुद्धे ने कहा, “आज के दौर में संवैधानिक मूल्यों के प्रचार-प्रसार की अत्यंत आवश्यकता है। इसके लिए युवाओं को जागरूक और प्रेरित करना समय की मांग है।”
कार्यक्रम में चित्रा सहस्रबुद्धे, नागेश जाधव, भारती खैरे, महेंद्र प्रसाद, वल्लभाचार्य पांडेय, राम जनम, डॉ. गिरिजा भास्कर शिंदे, नीतीश राज, प्रवीण कुमार, सुमेरा, बिक्रम झा, सारिका, विजय, आमेर, मिथिलेश दुबे, प्रीती, रमेश प्रसाद, बृजेश, दीन दयाल सिंह, प्रदीप सिंह, और ज्योति सिंह सहित कई गणमान्य जनों ने सहभागिता की।