
सिगरेट नहीं, सांसों को चुनो – ब्रेथ ईज़ी की जनजागरूकता रैली में तम्बाकू के विरुद्ध उठा बुलंद स्वर
वाराणसी। विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर ब्रेथ ईज़ी चेस्ट फाउंडेशन फॉर ह्यूमैनिटी, अस्सी, वाराणसी द्वारा शुक्रवार शाम 6 बजे एक जनजागरूकता रैली का आयोजन किया गया। रैली को हरी झंडी दिखाकर वरिष्ठ श्वांस एवं फेफड़ा रोग विशेषज्ञ डॉ. एस. के. पाठक एवं संस्था की निदेशिका श्रीमती सुनीता पाठक ने संयुक्त रूप से रवाना किया।
रैली ब्रेथ ईज़ी चेस्ट सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल, अस्सी से शुरू होकर अस्सी घाट स्थित ‘सुबह बनारस’ मंच तक पहुँची। इस दौरान प्रतिभागियों ने धूम्रपान, तम्बाकू एवं गुटखा जैसे उत्पादों के दुष्प्रभावों के प्रति नागरिकों को जागरूक किया। कार्यक्रम में युवाओं, आम नागरिकों और चिकित्सा विशेषज्ञों ने उत्साहपूर्वक भागीदारी निभाई।
कार्यक्रम के दौरान ब्रेथ ईज़ी टीम ने धूम्रपान और गुटखा से संबंधित दुष्परिणामों पर आधारित सूचनात्मक पुस्तिकाएं और पर्चे वितरित किए, ताकि लोगों को इस धीमे ज़हर के खिलाफ सही जानकारी मिल सके।
इस अवसर पर 400 से अधिक लोगों के फेफड़ों की स्वास्थ्य जांच की गई, जिसमें 60% से अधिक में फेफड़ों की कार्यक्षमता में कमी पाई गई। यह आंकड़ा न केवल चिंताजनक है, बल्कि समाज को सचेत करने वाला भी।
डॉ. एस. के. पाठक ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों को शपथ दिलाई कि –”हम आज से न तो तम्बाकू उत्पादों का सेवन करेंगे और न ही किसी को इसके लिए प्रेरित करेंगे। हम समाज से इस बुराई को मिटाने का संकल्प लेते हैं।”
उन्होंने कहा कि “तम्बाकू एक धीमा ज़हर है जो धीरे-धीरे जीवन को समाप्त कर देता है। दुनिया भर में हर साल लगभग 4.9 मिलियन लोग धूम्रपान से मरते हैं, जबकि लाखों लोग पैसिव स्मोकिंग के शिकार होकर अस्थमा, हृदय रोग, फेफड़ों के कैंसर जैसी बीमारियों से जूझते हैं।”
रैली के समापन पर सभी प्रतिभागियों ने बीड़ी, सिगरेट और गुटखा का सांकेतिक दहन कर इस सामाजिक बुराई का प्रतिरोध किया और ‘सिगरेट नहीं, सांसों को चुनो – धुआं छोड़ो, खुशियाँ पकड़ो’ के संदेश के साथ स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का आह्वान किया।