
सैकड़ों लोगों ने लिया भाग, बाबा साहब की प्रतिमा पर किया माल्यार्पण
वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से शास्त्री घाट तक भीम आर्मी जय भीम संगठन के बैनर तले मंगलवार को बौद्ध गया मुक्ति आंदोलन यात्रा का भव्य आयोजन किया गया। इस ऐतिहासिक यात्रा का नेतृत्व संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मंजीत सिंह नौटियाल ने किया। यात्रा में समाज के विभिन्न वर्गों से सैकड़ों की संख्या में लोग उत्साहपूर्वक शामिल हुए।
कार्यक्रम का समापन कचहरी स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि व माल्यार्पण कर किया गया।
मंजीत सिंह नौटियाल ने संबोधन में कहा कि—
“यह आंदोलन महाबोधि महाविहार, बौद्धगया की प्रेरणा से प्रारंभ हुआ है। इसका उद्देश्य सामाजिक न्याय, सांस्कृतिक जागरूकता और पुरखों की बौद्धिक विरासत को पुनः प्राप्त करना है। यह यात्रा मंडल भदोही से शुरू होकर वाराणसी पहुंची है और अब प्रदेश के अन्य जिलों में चरणबद्ध तरीके से आयोजित की जाएगी। इसका अंतिम पड़ाव मुजफ्फरनगर होगा।”
यात्रा के दौरान बौद्ध मूल्यों एवं बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के विचारों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया गया। आंदोलनकारियों ने शांति और अनुशासन के साथ पदयात्रा पूर्ण की, जिससे जनमानस में सकारात्मक संदेश गया।
इस अवसर पर भीम आर्मी जय भीम के पूर्वांचल अध्यक्ष जयनन्द ज्योति भास्कर, आर्दश गौतम, मोहित चौधरी, करन सोनकर, विपिन सोनकर, विशाल गुप्ता, नवीनत सोनकर समेत सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।
यात्रा में शामिल लोगों ने ऐतिहासिक अधिकारों की पुनर्प्राप्ति एवं सामाजिक समरसता की दिशा में सामूहिक संकल्प व्यक्त किया। आयोजकों ने इसे आत्मसम्मान एवं चेतना की मशाल बताया और भविष्य में और अधिक जनसंपर्क अभियानों की घोषणा की।