
छितौना प्रकरण को जातिगत रंग देना दुर्भाग्यपूर्ण : अभिषेक सिंह
चिरईगांव (वाराणसी) छितौना गांव में दो पक्षों के बीच हुई मारपीट की घटना को लेकर सियासत गर्माती जा रही है। मंगलवार को ब्लॉक मुख्यालय पर आयोजित प्रेस वार्ता में ब्लॉक प्रमुख अभिषेक सिंह ने कहा कि इस घटना को कुछ लोगों द्वारा जातिगत रंग देना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के बूथ अध्यक्ष संजय सिंह घटना में घायल हुए हैं और उनका इलाज अस्पताल में चल रहा है, बावजूद इसके चार दिन तक उनकी प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई। यह एकतरफा कार्रवाई है, जिसे किसी भी स्थिति में उचित नहीं ठहराया जा सकता।
ब्लॉक प्रमुख ने स्पष्ट किया कि “संजय सिंह हमारे बूथ अध्यक्ष हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मेरा बूथ सबसे मजबूत’ संकल्प के अंतर्गत बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।” उन्होंने कहा कि दूसरे पक्ष से भी कुछ लोग घायल हुए हैं और वे भी इसी क्षेत्र के निवासी हैं, जिनसे उन्हें भी सहानुभूति है।
अभिषेक सिंह ने कहा कि एक जनप्रतिनिधि होने के नाते उनका प्रयास केवल यह था कि दोनों पक्षों की प्राथमिकी दर्ज हो और किसी के साथ पक्षपात न हो। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनके प्रयासों को जातिगत या राजनीतिक रंग देना सरासर गलत है।
अब दोनों पक्षों की एफआईआर दर्ज हो चुकी है और मामले की निष्पक्ष विवेचना के आधार पर न्याय मिलेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है, ऐसे में किसी भी पक्ष के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।