
जलजनित रोगों की आशंका, स्वास्थ्य शिविर व राहत वितरण की तैयारी में जुटी युवा परिवार सेवा समिति
रिपोर्ट विरेंद्र प्रताप उपाध्याय
चौबेपुर (वाराणसी)। क्षेत्र के पिपरी गांव एवं आसपास के बाढ़ग्रस्त इलाकों में जलस्तर तो घटने लगा है, लेकिन इसके साथ ही नई चुनौतियों ने दस्तक दे दी है। गांवों में कीचड़, गंदगी और दूषित जल आपूर्ति के चलते लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
ऐसे में सोमवार को दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान से संबद्ध युवा परिवार सेवा समिति (YPSS) की टीम ने प्रभावित इलाकों का स्थलीय निरीक्षण किया। समिति ने हालात की समीक्षा कर जल्द राहत और स्वास्थ्य सेवाएं शुरू करने का आश्वासन दिया है।
वाराणसी ज़ोन के समन्वयक स्वामी श्री हरि प्रकाशानंद जी के मार्गदर्शन में संचालित इस सेवा अभियान की अगुवाई कर रहे सृजन चतुर्वेदी ने बताया कि बीते वर्षों की तरह इस बार भी यदि हालात बिगड़ते हैं, तो संस्थान द्वारा राहत सामग्री का वितरण तथा स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यदि जलस्तर घटता रहा, तो ग्रामीणों को प्राथमिक चिकित्सा सुविधा देने के लिए दवाएं व परामर्श उपलब्ध कराया जाएगा।
निरीक्षण अभियान के दौरान मठिया, पिपरी, धौरहरा, बर्थरा सहित कई गांवों का दौरा किया गया। ग्रामीणों ने बताया कि जलनिकासी की व्यवस्था न होने से सड़कें कीचड़ से भर गई हैं, और लोग त्वचा संक्रमण व जलजनित बीमारियों से पीड़ित हो रहे हैं।
निरीक्षण दल में संतोष कनौजिया, शुभम यादव, दुष्यंत तिवारी, सुमित राय सहित समिति के अन्य सदस्य शामिल रहे। YPSS टीम ने शीघ्र ही स्थानीय प्रशासन के सहयोग से राहत कार्य शुरू करने की बात कही है।