
नवंबर तक जनपद को टीबी मुक्त बनाने पर विशेष जोर, संस्थागत प्रसव बढ़ाने का निर्देश
रिपोर्ट एडवोकेट अभिषेक उपाध्याय
भदोही। जिलाधिकारी शैलेष कुमार की अध्यक्षता में कलेक्टे्रट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति, शासी निकाय की मासिक समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली की विस्तृत समीक्षा करते हुए डीएम ने लापरवाह अधिकारियों पर सख्त रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि यदि किसी एमओआईसी का प्रदर्शन लगातार दो माह तक खराब पाया गया, तो उसे तत्काल पद से हटाया जाएगा।
जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के प्रत्येक कार्यक्रम की कंपोजिट रिपोर्ट अगले बैठक में प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। साथ ही आशा, एएनएम व एमओआईसी के बीच नियमित बैठक कर कार्यों की गहन समीक्षा करने को कहा। यूनिसेफ व यूएनडीपी की तर्ज पर सभी एमओआईसी को ब्लॉक स्तर पर स्थलीय भ्रमण कर व्यवस्थाओं का अवलोकन करने का निर्देश दिया गया।
डीएम ने जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. विवेक श्रीवास्तव को निर्देशित किया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार नवंबर 2025 तक जनपद को टीबी मुक्त बनाने के अभियान को गति दी जाए। ग्राम प्रधानों, जनप्रतिनिधियों और समाजसेवियों के माध्यम से टीबी रोगियों को पोषण पोटली वितरित कराने की पहल तेज की जाए।
बैठक में सुरियावां के एमओआईसी डॉ. अभिषेक नाग के बिना सूचना के अनुपस्थित रहने पर डीएम ने उनका वेतन रोकने व स्पष्टीकरण जारी करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सभी डॉक्टर जनपद में निवास करें, निरीक्षण में अनुपस्थिति पाए जाने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
एसीएमओ डॉ. ओपी शुक्ला ने बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस 11 अगस्त को मनाया जाएगा, जबकि 14 अगस्त को मॉप-अप दिवस निर्धारित है। इस दौरान जनपद के 1 से 19 वर्ष के करीब 8.98 लाख बच्चों व किशोरों को एल्बेंडाजोल टेबलेट खिलाई जाएगी।
जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य केंद्रों के इंफ्रास्ट्रक्चर, लैब सुविधाओं, ड्यूटी रूम की सफाई और एंटी स्नेक वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी पीएचसी व सीएचसी पर दवाएं, बिजली व पानी की आपूर्ति बाधित न हो।
संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने हेतु डीएम ने सभी एमओआईसी को आशा व एएनएम को प्रेरित करने का निर्देश दिया। साथ ही राष्ट्रीय दृष्टिहीनता अभियान के तहत शिविर लगाकर जांच कराने के भी निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी ने सभी एमओआईसी को आभा आईडी जनरेट कराने और आयुष्मान आरोग्य मंदिरों की सक्रियता सुनिश्चित करने को कहा। कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर्स को नियमित उपस्थिति के साथ काम में लापरवाही न बरतने की चेतावनी दी गई।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी बाल गोविंद शुक्ल, तीनों जिला अस्पतालों के सीएमएस, समस्त एसीएमओ, डीपीआरओ संजय मिश्र, बीएसए विकास चौधरी, यूनिसेफ व यूएनडीपी प्रतिनिधि सहित स्वास्थ्य विभाग के समस्त अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित रहे।