
शिक्षा में समानता व महंगाई के खिलाफ सैकड़ों लोगों ने उठाई आवाज
वाराणसी (पिंडरा)। देशभर में शिक्षा में समानता लाने और महंगी शिक्षा के खिलाफ ‘एक देश, एक बोर्ड, एक फीस, एक पाठ्यक्रम’ की मांग को लेकर सोमवार को पिंडरा तहसील में धरोहर संरक्षण सेवा संगठन और केसरिया भारत के कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम की शुरुआत श्री हनुमान चालीसा के 108 पाठ के साथ की गई, जिसके माध्यम से जनजागरण का संदेश दिया गया। इसके बाद धरोहर संरक्षण सेवा संगठन के प्रमुख संयोजक कृष्णानंद पाण्डेय के नेतृत्व में उपजिलाधिकारी पिंडरा को प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन के माध्यम से शिक्षा के निजीकरण और बढ़ती महंगाई पर रोक लगाने तथा देशभर में एक समान शिक्षा व्यवस्था लागू करने की मांग की गई।
कार्यक्रम के संयोजक और केसरिया भारत के प्रदेश अध्यक्ष गौरीश सिंह ने कहा कि शिक्षा में असमानता के कारण अभिभावकों पर आर्थिक बोझ बढ़ता जा रहा है, जिससे सामाजिक असंतुलन और मानसिक तनाव जैसी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।
संगठन के प्रदेश संयोजक गौरव मिश्र ने कहा कि आज की शिक्षा पद्धति बच्चों को संस्कारों से दूर कर रही है, जिसके दुष्परिणाम वृद्धाश्रमों की बढ़ती संख्या के रूप में सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब तक पूरे देश में एक समान शिक्षा व्यवस्था लागू नहीं होती, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा।
प्रदर्शन में शामिल आनंद मिश्र, भानु प्रताप पाण्डेय, चंद्रदेव पटेल, प्रियम्बदा मिश्रा, शैलेंद्र पाण्डेय और निराला मिश्र सहित अन्य वक्ताओं ने भी शिक्षा सुधार की आवश्यकता पर बल देते हुए अभियान को अपना समर्थन दिया।
केसरिया भारत के जिलाध्यक्ष अविनाश मिश्र ने कहा कि “एक देश, एक बोर्ड, एक पाठ्यक्रम” की मांग अब जन आंदोलन का रूप ले चुकी है। यदि सरकार इस पर शीघ्र निर्णय नहीं लेती है, तो आंदोलन को जिला स्तर से आगे बढ़ाकर राज्य और केंद्र स्तर तक ले जाया जाएगा।