
नगर निगम के खिलाफ जताया आक्रोश, वायरल हुआ वीडियो
वाराणसी। शहर की जर्जर सड़कों और बदहाल व्यवस्था को लेकर एक समाजवादी पार्टी कार्यकर्ता ने अनोखा विरोध दर्ज कराया। गहरे गड्ढे में गिरने के बाद कार्यकर्ता उसी में बैठ गया और हाथ में तख्ती लेकर नगर निगम व प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करने लगा। इस दृश्य को देखकर राहगीरों की भीड़ जमा हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे बाहर निकाला।
घटना वाराणसी के एक व्यस्त इलाके की है, जहां लंबे समय से सड़क पर गड्ढे और जलजमाव की समस्या बनी हुई है। बताया जा रहा है कि सपा कार्यकर्ता किसी राजनीतिक कार्यक्रम में भाग लेने जा रहा था, तभी सड़क पर बने गहरे और पानी से भरे गड्ढे में गिर पड़ा।
‘सरकार की नीतियों में गिरा हूं’— लिखा था तख्ती पर
गिरने से उसे मामूली चोटें आईं लेकिन वह सीधे घर न जाकर उसी गड्ढे में बैठ गया। उसने एक तख्ती निकाली जिस पर लिखा था— ‘इस गड्ढे में नहीं, सरकार की नीतियों में गिरा हूं।’
कार्यकर्ता का यह विरोध लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया। आसपास के नागरिकों ने उसे पानी व प्राथमिक उपचार दिया। वहीं कई राहगीरों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा कर दिया।
प्रदर्शन में बोले— यह गड्ढा नहीं, विकास की गहराई है
सपा कार्यकर्ता ने कहा कि यह सिर्फ उसकी नहीं, बल्कि शहर के हर उस व्यक्ति की पीड़ा है जो रोजाना ऐसे रास्तों से गुजरता है। उसने कहा— ‘मैं सिर्फ गिरा नहीं हूं, मैं यह बताने आया हूं कि लोग गड्ढों से नहीं, सरकार की गैरजिम्मेदारियों से गिर रहे हैं।’
घटना की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय पुलिस और नगर निगम के अधिकारी मौके पर पहुंचे और कार्यकर्ता को समझा-बुझाकर बाहर निकाला। अधिकारियों ने जल्द सड़क मरम्मत का आश्वासन भी दिया। हालांकि स्थानीय नागरिकों का कहना है कि ऐसे वादे पहले भी किए जा चुके हैं, लेकिन धरातल पर कुछ नहीं होता।
यह विरोध प्रदर्शन सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ। कई यूजर्स ने इसे ‘सत्य का गड्ढा सत्याग्रह’ का नाम दिया और सराहा। ट्विटर, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर यह दृश्य तेजी से फैला, जिससे नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अब जनता केवल शिकायत नहीं करेगी, बल्कि जवाब भी मांगेगी। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि वादों के बजाय जमीनी स्तर पर कार्रवाई की जाए।