
रामनगर में काशी नरेश के एतिहासिक दुलदुल का जुलूस निकाला गया
रामनगर में काशी नरेश की मन्नत का दुलदूल का जुलुस सुन्नी जमात के द्वारा कल रात गोलाघाट इमामबाड़ा से निकल गया जिसमें क्षेत्र के सभी हिंदू मुस्लिम वा अन्य धर्म के लोग ने भाग लिया यह जुलूस हिंदू मुस्लिम एकता का प्रतीक भी माना जाता है ।
रात्रि 8:00 बजे गोलाघाट से शुरू हुआ अकीदतमंद ने दुलदुल दूध पिलाया वा नीबू लेकर मन्नत मांगी जिनकी मन्नत पूरी उन लोगो ने चांदी का नींबू दुलदुल पर चढ़ाया जुलूस के आगे नोहा पढ़ते हुए चल रहे थे ।
उसे समय का यह दृश्य शहीदे कर्बला की याद ताजा कर रहा था और लोगों की आंखें नाम हो गई थी बीच-बीच में या हुसैन या हुसैन के नारे लग रहे थे जुलूस का नेतृत्व कर रहे सुन्नी जमात के मुतवल्ली जमील खान उर्फ बाबू खान कर रहे थे जुलूस को शांतिपूर्ण ढंग संपन्न कराने के लिए जहां काफी संख्या में पुलिस फोर्स भी तैनात थी दुलदुल का जुलूस अपने परंपरागत रास्तों से गुजरा जब रोड पर पहुंचा तो दुल्दुल को देखने के लिए सड़क के दोनों तरफ स्रधालु लोगो की काफी भीड़ थी या श्रद्धालुओं के बीच से होता हुआ पंचवटी पर जाकर दुलदुल का जुलूस संपन्न हुआ।
जुलूस में मुख्य रूप से हरिनारायण सिंह साजिद खान ताऊ अब्दुल्ला खान मुस्तफा फजल कामिल मिर्जा अखिल मिर्जा शाहरुख नंदलाल चौहान आरिज खान शमशाद खान पप्पू रियाज,अनु तस्लीम आरिफ शेरू कुलदीप सिंह वा नगर के तमाम वरिष्ठ लोग मौजूद थे।