
मां संकठा का विशेष चूड़ी श्रृंगार, लाल चुनरी से सजा मंदिर; सुहागन व कुंवारी कन्याओं ने किया पूजन
वाराणसी। हरितालिका तीज पर अखंड सौभाग्य की कामना को लेकर महिलाओं ने शुक्रवार को निराजल व्रत रखा । शुक्रवार को सुबह से ही स्नान ध्यान करने के बाद महिलाएं पूजा की तैयारी में लग गई। पूजा करने के समय को लेकर भ्रम की स्थिति बनी रही। जहां कुछ महिलाओं ने सुबह 8:00 बजे से पहले ही पूजा पाठ कर लिया वही कुछ ने 12.00 बजे के पहले किया तो कुछ महिलाओं ने शाम को पूजा पाठ किया फिलहाल सबके अंदर पूजा पाठ को लेकर उत्साह बना रहा। एक दिन पहले ही महिलाओं ने पूजा सामग्री के साथ मीठा खरीदारी कर ली थी।
पूजा करने के बाद महिलाओं ने अपने परिवार में बड़े बुजुर्गों का पैर छूकर आशीर्वाद लिया और भोर में जलग्रहण किया। काफी संख्या में महिलाओं ने गंगा में स्नान कर दर्शनपूजन करने के बाद घरों को लौटी। इसी क्रम में हरतालिका तीज के अवसर पर चौक थाना क्षेत्र के सिद्धेश्वरी गली स्थित माता संकठा का विशेष चूड़ी श्रृंगार किया गया।
वर्ष में एक बार होने वाले माता के इस अद्भुत, अलौकिक, दिव्य व नयनाभिराम छवि के दर्शन के लिए माता संकठा मंदिर में भक्तों के साथ व्रती महिलाओं की भीड़ भोर से ही उमड़ पड़ी थी। इस अवसर पर पूरे मंदिर परिसर को लाल चुनरी व तरह-तरह की फूल-पत्तियों से सजाया गया था। भोर में मंगला आरती के बाद माता का पट जैसे ही खुला, दर्शनार्थियों का रेला उमड़ पड़ा। माता संकठा के साथ ही सुहागन और कुंवारी कन्याओं ने पंचगंगा घाट स्थित माता मंगला गौरी के भी दर्शन किए।