
बारह वर्षों के लंबे अंतराल के बाद प्रयागराज महाकुंभ के दिव्य आयोजन का साक्षी बनेगा ऑल – विमेन राफ्टिंग अभियान
प्रयागराज: सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) ने अपने प्रमुख कार्यों से आगे बढ़कर महिला सशक्तिकरण, समान अवसर और साझा जिम्मेदारी जैसे मूल मानव मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए कई पहलें की शुरुआत की है, इसी क्रम में बीएसएफ और एनएमसीजी ने ‘ऑल-विमेन राफ्टिंग अभियान’ की शुरुआत की है, जो उत्तराखंड के गंगोत्री से लेकर पश्चिम बंगाल के गंगा सागर तक लगभग 2,500 किमी की ऐतिहासिक यात्रा है, संगम नगरी प्रयागराज में राफ्टिंग दल का आगमन गंगा यमुना और सरस्वती के पवित्र संगम पर एक नई ऊर्जा की धारा के साथ हुआ।
जैसे ही इस अद्भुत यात्रा के साहसी यात्री यहां पहुंचे, पूरे उत्साह और उल्लास के साथ उनका स्वागत किया गया, इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के कार्यकारी निदेशक (परियोजना) श्री बृजेंद्र स्वरूप ने भी न केवल राफ्टिंग दल का हार्दिक अभिनंदन किया, बल्कि उनकी इस यात्रा को “नदी और मानवता के रिश्ते” की जीवंत मिसाल बताया, इस वर्ष 12 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद प्रयागराज महाकुंभ के दिव्य आयोजन का साक्षी बनेगा,इसी को केंद्र में रखते हुए इस पड़ाव की थीम “महाकुंभ और उसके धार्मिक पहलू” पर आधारित है।
नमामि गंगे की सभी सहयोगी संस्थाओं के समन्वय के लिए राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन, जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार के नोडल अधिकारी श्री अथर्व राज पांडे जी भी का भी दिल्ली से आगमन हुआ, महाकुंभ भारत की आध्यात्मिक गाथा और सांस्कृतिक धरोहर का जीवंत प्रमाण है, यह केवल एक पर्व नहीं बल्कि विविधता में एकता, आस्था और परंपराओं का अनुपम संगम है, जो भारत के समृद्ध इतिहास और गहरे आध्यात्मिक मूल्यों को दर्शाता है, प्रयागराज में राफ्टिंग दल का यह पड़ाव, महाकुंभ की भव्यता और उसकी पवित्रता को आत्मसात कर उसे पूरे देश तक पहुंचाने का एक पावन प्रयास है।
इस पड़ाव के दौरान नदी स्वच्छता और संरक्षण के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए युवाओं को प्रेरित करने वाली गतिविधियों की एक रोमांचक शृंखला आयोजित की जाएगी, स्कूलों और कॉलेजों में ज्ञानवर्धक प्रश्नोत्तरी और प्रतियोगिताएं न केवल ज्ञान बढ़ाएंगी, बल्कि छात्रों को नदी संरक्षण के प्रति जागरूक और उत्साहित करेंगी, इसके साथ ही, ड्राइंग और पेंटिंग प्रतियोगिताओं के माध्यम से प्रतिभागी अपनी कला के जरिए नदियों की सुंदरता और उनके महत्व को जीवंत रूप देंगे।
ये गतिविधियां न केवल रचनात्मकता को प्रोत्साहित करेंगी, बल्कि गंगा और उसकी सहायक नदियों के प्रति जुड़ाव और जिम्मेदारी का भाव भी विकसित करेंगी, महिला सशक्तिकरण और पर्यावरण संरक्षण को साथ जोड़ते हुए, महिला समूहों के साथ संवाद के विशेष सत्र आयोजित किया जाएगा, इन सत्रों में राफ्टिंग टीम की सदस्यों द्वारा नदी स्वच्छता और जल संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर न केवल जागरूकता फैलाई जाएगी।
बल्कि उन्हें इन अभियानों का अभिन्न हिस्सा बनने के लिए प्रेरित भी किया जाएगा, यह संवाद महिलाओं के भीतर छिपी असीम क्षमता को उजागर करने और उन्हें समुदाय में परिवर्तन का वाहक बनने की दिशा में प्रेरित करेगा, यह कार्यक्रम महिलाओं को पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उनकी अद्वितीय भूमिका को समझने और उसे प्रभावी रूप से निभाने का एक मंच प्रदान करेगा।
इस दौरान गंगा की रक्षा का संकल्प लिए अग्रणी भूमिका निभा रही गंगा टास्क फोर्स की प्रेरक भागीदारी भी इस आयोजन को और विशेष बनाएगी, ये “गंगा प्रहरी” न केवल नदी की स्वच्छता और संरक्षण के प्रतीक हैं, बल्कि गंगा के साथ मानवता के अटूट रिश्ते के सजीव उदाहरण भी हैं।
उनकी उपस्थिति इस कार्यक्रम में जिम्मेदारी और जागरूकता का एक नया आयाम जोड़ते हुए, सहभागियों को प्रेरणा और दिशा प्रदान करेगी, नमामि गंगे के तत्वावधान में श्री हरिहर गंगा आरती समिति राम घाट में शाम छः बजे मुख्य अतिथि श्री अथर्वराज पांडे जल शक्ति मंत्रालय ने भव्यता से माँ गंगा की आरती किया।
इस अवसर पर श्री राजेश शर्मा संयोजक नमामि गंगे (गंगा विचार मंच) श्री सुरेश चंद्रा जी अध्यक्ष श्री हरिहर आरती समिति व सलाहकार (कुम्भ मेला प्राधिकरण प्रयागराज) श्री नरेन्द्र मौर्या (चुन्नू बाबा) श्री दिनेश बुधवार श्री प्रदीप पांडेय संजय कुमार निषाद माँ गंगा सेवा समिति आदि सैकड़ों गंगा सेवक सम्मलित रहे।