
सामान्य व्यक्ति भी अपने हाथों से मिट्टी का शिवलिंग बनाकर उसकी पूजा कर सकता है – नयन जी महाराज
(रिपोर्ट संतोष कुमार सिंह)
वाराणसी:– नौ दिवसीय शतचंडी महायज्ञ व शिव महापुराण का रविवार को चतुर्थ दिवस हो गया मां अष्टभुजा मंदिर के प्रांगण में शतचंडी महायज्ञ प्रातःसे सांयकाल 4 बजे तक निरंतर चल रहा हैं वही रामलीला मैदान में शाम 4:00 बजे से रात्रि के 7:00 बजे तक शिव महापुराण की कथा साथ-साथ चल रही है | शतचंडी महायज्ञ में कर्मकांडी विद्वानों द्वारा वैदिक मंत्रोचारण द्वारा विधि विधान से महायज्ञ चल रहा है इस दौरान हर हर महादेव के जयघोष व मां शतचंडी के जयकारे से पुरा माहौल गुंजयमान हो उठा | यज्ञाचार्य पंडित हरिकेश पांडेय के साथ अन्य आठ कर्मकांडी विद्वानों द्वारा वैदिक मंत्रोचारण के महायज्ञ चल रहा है |
कथा में पूज्य कृष्ण नयन जी महाराज श्री ने शिवलिंग पूजन कैसे करें इस विषय में प्रवचन बताया और कहा कि संसार में निर्मित शिवलिंगों में पार्थिव शिवलिंग सर्वश्रेष्ठ है | सामान्य व्यक्ति भी अपने हाथों से मिट्टी का शिवलिंग बनाकर उसकी पूजा कर सकता है इसीलिए यह पार्थिव शिवलिंग भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है उसके बाद कथा में नयन जी महाराज ने कहा कि शिव मंदिर में दीपक प्रज्वल का भी बड़ा महत्व बताया जो व्यक्ति स्वयं भगवान शिव के मंदिर में दीपक प्रज्वलित करता है उसके जीवन में लक्ष्मी स्थिर हो जाती है |
आगे कहा कि उसके जीवन की दरिद्रता नष्ट हो जाती है और मां महालक्ष्मी की अत्यंत कृपा उस पर होती है इसी संबंध में नयन जी महाराज ने शिव महापुराण के अंतर्गत गुणनिधि के चरित्र का श्रवण जनमानस को कराते हुए दीप प्रज्वलन का महत्व बताया | आगे कहा कि हम भगवान शंकर के मंदिर में दीपक प्रज्वलित करते हुए,भगवान शंकर से प्रार्थना करें की जैसे मेरे द्वारा प्रज्वलित इस दीपक के द्वारा हे प्रभु आपके मंदिर में जैसे प्रकाश हुआ है उसी प्रकार से आप भी हमारे जिवन ज्ञान का दीपक मेरे अंतःकरण में प्रज्वलित करें जिससे मेरा जीवन प्रकाशन हो जाए संपूर्ण संसार प्रकाश में हो जाए और ज्ञान का प्रकाश मुझ में मेरे जीवन के साथ साथ संपूर्ण संसार में फैल जाए ||