
औद्योगिक भूखण्ड पर निर्माण एरिया बढ़ाने से एमएसएमई उद्यमियों को मिलेगा लाभ-लघु उद्योग भारती,काशी प्रांत
(संतोष कुमार सिंह)
वाराणसी:- लघु उद्योग भारती काशी प्रांत की बैठक कबीर चौरा स्थित कार्यालय पर हुई | उद्योग स्थापित करने के लिए पूर्व नियम और मानक के अनुरूप सेट बेक के रूप में फैक्ट्री निर्माण में काफी जगह खुला छोड़ना होता था जिसमे उद्योगों को विस्तार करने में काफी परेशानी होती थी परंतु राज्य सरकार ने भवन निर्माण एवं विकास उपविधि 2008 में संशोधन करके फ्लोर एरिया रेशियो को जहा बढ़ाया है वहीं सेट बेक एरिया को घटाया है तथा विकास प्राधिकरण एव आवास विकास परिषद को निर्देश दिए गए हैं कि उपविधि के संबंधित संशोधन से अपने अपने बोर्ड के माध्यम से तत्काल लागू किया जाय अब सुक्ष्म लघु मध्यम उद्योगों के लिए 500 वर्ग मीटर तक के किसी भी क्षेत्र में स्थित भूखण्ड स्थापित करने पर 20 प्रतिशत भू-आच्छादन अनुमन्य होगा |
राजेश कुमार सिंह अध्यक्ष लघु उद्योग भारती काशी प्रांत ने उद्योगों के निर्माण में फ्लोर एरिया बढ़ाने के सरकारी निर्णय का स्वागत करते हुए बताया कि हमारा संगठन काफी समय से उद्योग स्थापित करने के लिए औद्योगिक प्लॉटों में सेट बैक कम करने तथा बिल्डिंग निर्माण मे फ्लोर एरिया बढ़ाने की मांग कर रहा था जिससे फैक्ट्री की बिल्डिंग के लिए ज्यादा जगह मिल सके | वाराणसी के औद्योगिक अस्थान, चाँदपुर के लगभग 150 उद्योगों को और करखियाव ,पिंडरा के लगभग 100 उद्यमियों को अब फैक्ट्री बिल्डिंग के लिए ज्यादा स्थान मिलेगा | उत्तर प्रदेश सरकार का यह निर्णय उद्योगों के लिए मिल का पत्थर साबित होगा क्योंकि अब तक 1000 वर्ग मीटर तक के भूखण्ड के मामले में 60 प्रतिशत तक का निर्माण कराने की अनुमती थी 40 प्रतिशत एरिया खाली छोड़ना जरूरी था अब नए आदेश से 500 वर्ग मीटर तक के भूखण्ड पर 80 प्रतिशत तक निर्माण तथा 501 वर्ग मीटर से 1000 वर्ग मीटर तक 75 प्रतिशत निर्माण की अनुमती होगी, 10 हजार वर्ग मीटर से बड़े क्षेत्र में 65 प्रतिशत निर्माण तथा 12 हजार से बड़े क्षेत्र मे 60 प्रतिशत निर्माण अब अनुमनय्य होगा |
उपस्थित उद्यमियों ने सरकारी निर्णय का स्वागत करते हुए हर्ष जाहिर किया | बैठक में ज्योति शंकर मिश्रा, दिलीप गुप्ता,मनीष चौबे,किशोर वर्मा,संदीप अग्रवाल ,रुद्र दीप सेन गुप्ता,लक्ष्मी नारायण राजीव सिंह सहित कई उद्यमी शामिल थे ||