
संकटमोचन मंदिर के महंत के आवास से करोड़ों की चोरी: मुठभेड़ के बाद तीन घायल, तीन ने किया आत्मसमर्पण
वाराणसी । संकटमोचन मंदिर के महंत प्रो. विशंभर नाथ मिश्रा के आवास से बीते रविवार को हुई करोड़ों रुपये की चोरी की गुत्थी वाराणसी पुलिस ने महज 24 घंटे के भीतर सुलझा ली। सोमवार देर रात रामनगर थाना क्षेत्र के डोमरी इलाके में पुलिस और चोरों के बीच हुई मुठभेड़ में तीन बदमाशों को गोली लगी, जबकि तीन अन्य ने आत्मसमर्पण कर दिया। पकड़े गए सभी छह आरोपी महंत आवास के कर्मचारी निकले।
पुलिस के अनुसार, चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी डोमरी इलाके में चोरी के माल का बंटवारा करने के लिए इकट्ठा हुए थे। इसी दौरान पुलिस ने घेराबंदी कर मुठभेड़ की कार्रवाई की। तीन चोर—राकेश, गोलू और विक्की—मुठभेड़ में घायल हो गए, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अन्य तीन आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
घटनास्थल से पुलिस ने चोरी किए गए करोड़ों रुपये के आभूषण और लाखों रुपये की नगदी बरामद की है। बरामद सामान की पहचान संकटमोचन मंदिर के महंत आवास से चोरी हुए माल के रूप में हुई है।
पुलिस आयुक्त के आदेश पर डीसीपी काशी जोन गौरव बंसवाल के नेतृत्व में थाना पुलिस, एसओजी और सर्विलांस टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई को अंजाम दिया। डीसीपी बंसवाल ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चोरों की पहचान की गई। सभी आरोपी पूर्व में महंत आवास पर काम कर चुके हैं और कई दिनों से चोरी की योजना बना रहे थे। घटना के दिन महंत अपनी पत्नी के इलाज के लिए दिल्ली गए हुए थे, जिसका फायदा उठाकर इन लोगों ने घर से आभूषण और नगदी पर हाथ साफ कर दिया।
फिलहाल तीन घायल चोरों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। अन्य तीन आरोपियों से थाने में गहन पूछताछ की जा रही है। पुलिस को उम्मीद है कि पूछताछ में अन्य संभावित सुराग भी हाथ लग सकते हैं। पुलिस टीम को इस सफलता पर उच्चाधिकारियों द्वारा सराहना भी मिली है।