
काशी की सियासत में दमदार दस्तक दे रहे अधिवक्ता बिनीत कुमार सिंह, जनता से जुड़े मुद्दों को लेकर लगातार सक्रिय
वाराणसी । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की राजनीति में एक नया चेहरा तेजी से उभर रहा है। यह चेहरा है अधिवक्ता बिनीत कुमार सिंह का, जो पूर्व में बनारस बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष रह चुके हैं। जनता के मुद्दों को लेकर उनकी सक्रियता और जन सरोकारों से जुड़ाव ने उन्हें युवाओं के बीच लोकप्रिय बना दिया है।
भाजपा से जुड़कर अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत करने की मंशा रखने वाले बिनीत सिंह हाल ही में लखनऊ दौरे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिले। इस दौरान उन्होंने न सिर्फ अधिवक्ताओं से जुड़े मुद्दों को उठाया बल्कि क्षेत्रीय विकास के लिए भी कई अहम मांगें रखीं।
उन्होंने पहली पट्टी से गड़खरा तक फोर लेन निर्माण, सिंधौरा-फूलपुर मार्ग के चौड़ीकरण, पिंडरा क्षेत्र में पीजीआई स्तर के अस्पताल की स्थापना, और महगांव स्थित पॉलिटेक्निक कॉलेज में शिक्षण कार्य प्रारंभ कराने की मांग मुख्यमंत्री के समक्ष रखी। वहीं, सिंधौरा चौराहे का नामकरण महाराजा सुहेलदेव के नाम पर कर उनकी प्रतिमा की स्थापना की भी मांग की।
बिनीत सिंह ने अधिवक्ताओं की समस्याओं को गंभीरता से उठाते हुए अधिवक्तापुरम कॉलोनी के निर्माण, अधिवक्ता सुरक्षा कानून लागू करने, बीमा योजना और आयुष्मान कार्ड की सुविधा जैसे सुझाव दिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और कैबिनेट मंत्री अरविंद शर्मा से भी इन मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की। उनके साथ अधिवक्ता पंकज कुमार सिंह, मनीष सिंह, सुधीर पाल, पवन कुमार सिंह राजपूत, विकास सिंह और अंकित पांडेय भी मौजूद रहे।
अधिवक्ता बिनीत कुमार सिंह न सिर्फ कानून के क्षेत्र में बल्कि सामाजिक सरोकारों में भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हैं। हाल ही में कुंडरिया में हुए एक हत्या के मामले में उन्होंने ग्राम प्रधान विवेक सिंह मोहित को बेगुनाही साबित कर राहत दिलाई, जिससे क्षेत्र में उनकी प्रतिष्ठा और बढ़ी है।
उनकी गंभीर मुद्रा, बेबाक तेवर और जनसमस्याओं को लेकर संवेदनशील रवैया उन्हें खास बनाता है। खासकर युवा वर्ग में उन्हें लेकर जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है।
क्लाउन टाइम्स से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश में स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला रहे हैं। हर गांव में अब स्वास्थ्य केंद्र हैं, सरकारी योजनाएं सभी वर्गों के लिए बिना भेदभाव के चल रही हैं। कौशल विकास योजना के तहत युवाओं को हुनरमंद बनाकर रोजगार दिया जा रहा है, वहीं आयुष्मान भारत योजना ने गरीबों के इलाज को आसान बना दिया है।
शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे सुधारों को लेकर उन्होंने कहा कि अब स्कूलों में स्मार्ट क्लासेस, कंप्यूटर लैब, बायोमैट्रिक हाजिरी, कैमरा निगरानी जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं, जिससे शिक्षा का स्तर ऊंचा हो रहा है।
हालांकि राजनीति में उन्हें ज्यादा समय नहीं हुआ है, लेकिन अल्पकाल में ही उन्होंने जो प्रभाव छोड़ा है, वह उन्हें आगामी चुनावों में एक मजबूत दावेदार के रूप में प्रस्तुत करता है। बिनीत कुमार सिंह का मानना है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 2027 में एक बार फिर भाजपा की सरकार बनेगी और वे उसी दिशा में निष्ठा से कार्य कर रहे हैं।