
24 घंटे में खुलासा: महंत के घर करोड़ों की चोरी का पुलिस ने किया पर्दाफाश, छह शातिर चोर गिरफ्तार
वाराणसी: संकट मोचन मंदिर के महंत के आवास पर हुई करोड़ों की चोरी की वारदात का पुलिस ने मात्र 24 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया। घटना के बाद हरकत में आई पुलिस ने ऑपरेशन चक्रव्यूह के तहत भेलूपुर, रामनगर व एसओजी कमिश्नरेट वाराणसी की संयुक्त टीम बनाकर छानबीन शुरू की। सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने रामनगर के कोदोपुर क्षेत्र में बबूल के जंगल में छिपे चोरों की घेराबंदी की। जवाबी फायरिंग के बीच तीन अभियुक्तों को गोली लगी, जबकि तीन अन्य को मौके से हिरासत में ले लिया गया।
पकड़े गए अभियुक्तों के पास से करोड़ों रुपये मूल्य के 391 कीमती जेवरात और नगदी बरामद की गई। गिरफ्तार अभियुक्तों में इस सनसनीखेज वारदात का मास्टरमाइंड राकेश दुबे (निवासी अगवा चाना चैनपुर, कैमूर, बिहार) भी शामिल है। अन्य आरोपियों की पहचान विक्की तिवारी, जितेंद्र सिंह उर्फ गोलू पटेल, शनि कुमार मद्धेशिया, अतुल शुक्ला और दिलीप चौबे उर्फ बंशी के रूप में हुई है।
पुलिस के अनुसार, ये सभी चोर पिछले कई दिनों से वारदात को अंजाम देने के बाद छिपकर जंगल में रह रहे थे और चोरी के माल का बंटवारा कर रहे थे। बुधवार अपराह्न कोदोपुर नदी किनारे पुलिस की टीम ने दबिश दी और इन्हें गिरफ्तार किया। डीसीपी काशी जोन गौरव वंशवाल ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि अभियुक्तों ने संकट मोचन महंत के आवास से चोरी की बात कबूल की है।
चोरी की इस बड़ी घटना का खुलासा करने पर पुलिस आयुक्त ने संयुक्त टीम को एक लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की है।
गिरफ्तारी में शामिल रहे ये अधिकारी और जवान:
रामनगर थाना से प्रभारी निरीक्षक राजू सिंह, उपनिरीक्षक अमीर बहादुर सिंह, पंकज मिश्रा, कांस्टेबल महेंद्र पाल, गौरव भारती, शैलेंद्र सिंह।
भेलूपुर थाना से प्रभारी निरीक्षक गोपाल कुशवाहा, उपनिरीक्षक संदीप सिंह, शैलेंद्र सिंह, पार्थ तिवारी, आलोक मादव, हेड कांस्टेबल बृज बिहारी ओझा, कांस्टेबल हरिशंकर यादव, सूरज भारती, विवेकानंद शर्मा।
एसओजी टीम से उपनिरीक्षक मनीष मिश्रा, हेड कांस्टेबल बंद्रभान यादव, कांस्टेबल ब्रहादेव सिंह, आलोक मौर्या, रामाशंकर मादव, मर्मक त्रिपाठी, मनीष बघेल, अवनीश पाण्डेय, अंकित मिश्रा, अश्वनी सिंह व सर्विलांस सेल से प्रशांत तिवारी शामिल रहे।