
संस्कृत संभाषण, नाट्य मंचन, क्विज़ और विविध गतिविधियों में झलका प्रशिक्षुओं का उत्साह
(रिपोर्ट विरेंद्र प्रताप उपाध्याय)
सारनाथ (वाराणसी) | जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट), सारनाथ में सात दिवसीय समर कैंप का सफल आयोजन किया गया। इस विशेष शिविर का उद्देश्य डीएलएड प्रशिक्षुओं को अतिरिक्त भाषाओं – संस्कृत, अंग्रेज़ी और उर्दू – का संवादात्मक ज्ञान देना था। प्रशिक्षुओं को इन भाषाओं को रोचक एवं व्यावहारिक तरीकों से सीखने और सिखाने का अवसर मिला।
संस्कृत भाषा के संदर्भदाता के रूप में डायट प्रवक्ता शालिनी उपाध्याय एवं प्राथमिक विद्यालय चंद्रावती की शिक्षिका डॉ. सुमन कुमारी ने शिक्षण गतिविधियों का संचालन किया। प्रशिक्षुओं को रोल-प्ले, फ्लैश कार्ड, टीएलएम निर्माण, नाट्य मंचन, ऑपरेशन सिंदूर, ऑपरेशन विजय और क्विज़ जैसी विविध गतिविधियों के माध्यम से संस्कृत में संवाद करना सिखाया गया। इन गतिविधियों में प्रशिक्षुओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
समापन समारोह के अवसर पर प्रशिक्षु अमित कश्यप और चन्द्रमा ने संस्कृत में मंच संचालन कर कार्यक्रम को विशेष रंग दिया। संस्कृत नाट्य मंचन और संभाषण प्रदर्शन ने सभी उपस्थितजनों को प्रभावित किया और भाषा के व्यावहारिक प्रयोग की प्रभावशीलता को सिद्ध किया।
समापन सत्र में डायट के प्राचार्य उमेश कुमार शुक्ल ने कहा, “विविध भाषाओं में दक्षता न केवल शिक्षकों के व्यक्तित्व विकास में सहायक है, बल्कि यह बच्चों में भाषाई समझ और अभिव्यक्ति कौशल को भी सुदृढ़ करती है। इस तरह के समर कैंप भाषा-शिक्षण की दिशा में एक रचनात्मक पहल हैं।”
इस अवसर पर शालिनी उपाध्याय, नग़मा, निलिमा राय, हर गोविंद पुरी, गोविंद चौबे, विकास कुशवाहा, अरविंद सिंह सहित डायट के अनेक प्रवक्ता और शिक्षक उपस्थित रहे। शिविर का समापन सकारात्मक ऊर्जा और प्रशिक्षण की सफलता के संदेश के साथ हुआ।